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सूरजपुर में एक और रिश्वतखोर पटवारी गिरफ्तार ,20 हजार रुपये की घूस लेते ACB की कार्यवाही

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जमीन के नामांतरण और सीमांकन के नाम पर व्यवसाई से मांगी थी रकम, कार्यालय में ही दबोचा

सूरजपुर/IRN.24…जमीन के नामांतरण और सीमांकन के नाम पर रिश्वत की भूख ने एक पटवारी को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। सूरजपुर जिले के डूमरिया क्षेत्र में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने एक पटवारी को 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों धर दबोचा। ACB की इस कार्रवाई से इलाके में हड़कंप मच गया। वहीं दूसरी तरफ इस घटना ने सूरजपुर में भ्रष्टाचार के खिलाफ जनता का गुस्सा भड़का दिया है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिर कब तक आम आदमी को अपने हक के लिए रिश्वत की बलि चढ़ानी पड़ेगी। ACB की इस कार्रवाई को भ्रष्टाचार पर नकेल कसने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।क्या है पूरा मामला..?जानकारी के अनुसार, डूमरिया का एक स्थानीय व्यवसाई अपनी जमीन के नामांतरण और सीमांकन के लिए पटवारी के चक्कर काट रहा था। लेकिन पटवारी हर बार टालमटोल करता और काम को लटकाता रहा। आखिरकार, उसने व्यवसाई से 20 हजार रुपए की मोटी रकम की डिमांड रख दी। परेशान व्यवसाई ने इसकी शिकायत ACB को की।ACB ने बिछाया जाल, पटवारी फंसाशिकायत मिलते ही ACB ने सुनियोजित तरीके से जाल बिछाया। व्यवसाई को निर्देश दिए गए कि वह रिश्वत की रकम पटवारी को सौंपे। जैसे ही व्यवसाई ने पटवारी को उसके कार्यालय में 20 हजार रुपए दिए, ACB की टीम ने ताबड़तोड़ दबिश देकर पटवारी को रंगे हाथों पकड़ लिया। रिश्वत की रकम मौके से बरामद कर ली गई।पटवारी की गिरफ्तारी के दौरान कार्यालय में अफरा-तफरी मच गई। ACB ने पटवारी के दफ्तर से जरूरी दस्तावेज जब्त किए और पूछताछ शुरू कर दी। सूत्रों के मुताबिक, ACB अब पटवारी की पुरानी फाइलों की भी पड़ताल कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि उसने पहले भी किन-किन मामलों में रिश्वत की वसूली की। जरूरत पड़ने पर अन्य अधिकारियों से भी पूछताछ की जा सकती है।आगे क्या….?ACB ने पटवारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है। जांच में नए खुलासे होने की उम्मीद है। अगर पटवारी के अन्य कारनामों का पर्दाफाश हुआ तो मामला और गंभीर हो सकता है। फिलहाल, यह कार्रवाई भ्रष्टाचारियों के लिए एक सख्त संदेश है कि कानून की नजर से कोई नहीं बच सकता।

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