(IRN.24…राधे यादव भैयाथान)
जिले के कलेक्टर श्री एस. जसवर्धन ने बुधवार को ग्राम पंचायत सिरसी में आयोजित ऑयल पाम जागरूकता शिविर में किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि ऑयल पाम (तेल हथेली) की खेती किसानों के लिए आय का नया और मजबूत साधन बन सकती है। उन्होंने कहा कि अगर किसान उन्नत सोच और तकनीक के साथ कदम मिलाकर चलें, तो वे आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकते हैं।
🔹 कलेक्टर ने कहा:
“ऑयल पाम एक लाभकारी फसल है, जो कम समय में अच्छा उत्पादन और मुनाफा देती है। आने वाले समय में सूरजपुर जिला इस खेती का प्रमुख केंद्र बन सकता है।”
📊 कलेक्टर ने दिए महत्वपूर्ण तथ्य:
ऑयल पाम की फसल 3 साल में फल देना शुरू करती है, और लगातार 30 वर्षों तक उत्पादन देती है।
किसानों को बाजार की चिंता नहीं करनी पड़ेगी, क्योंकि कंपनी सीधे खेत से खरीद करेगी।
सालाना ₹1.5 लाख प्रति एकड़ तक की आय संभव है।
किसानों को पौधे निःशुल्क दिए जाएंगे।
तकनीकी मार्गदर्शन व प्रशिक्षण के लिए लगातार शिविर आयोजित होंगे।
🌱 *मौके पर हुआ पौधारोपण:*
शिविर में भाग लेने आए कई किसानों ने तत्काल पौधे प्राप्त कर रोपण कार्य शुरू किया। इस अवसर पर कलेक्टर सहित अन्य अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों ने भी किसानों का उत्साहवर्धन किया।
🏢 कंपनी अधिकारी की जानकारी:
कंपनी प्रतिनिधि ने कहा—
“किसान सिर्फ पौधा लगाएं और 3 साल तक देखभाल करें, बाकी सभी कार्यों में कंपनी सहयोग करेगी।”
उन्होंने बताया कि—
फसल की खरीद दर ₹14 से ₹16 प्रति किलो रहेगी।
यह खेती आर्थिक क्रांति का जरिया बन सकती है।
🙏 कलेक्टर की अपील:
“जिले के हर किसान को कम से कम आधा एकड़ में ऑयल पाम जरूर लगाना चाहिए, ताकि क्षेत्र का विकास हो और उनकी आमदनी में वृद्धि हो।”