जगदलपुर, छत्तीसगढ़ः बीते मंगलवार की सुबह हुए पुलिस नक्ससी मुठभेड़ के बाद स्पेश ऑपरेशन ग्रुप की टीम देर रात को मलकानगिरी वापस लौटी। जवानों ने तीन नक्सलियों के शव, हथियार, बंदूक की गोलियां और भारी संख्या में नक्सली सामग्री बरामद किया है। मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों की पहचान अनिल उर्फ मुका सोढ़ी, महिला नक्सली सोनी और चिन्ना राव के रूप में की गई है। मृतक नक्सलियों के पास से दो इंसास और एक एसएलआर रायफल भी बरामद की गई है। तीनों नक्सलियों पर कुल मिलाकर 10 लाख रुपये का इनाम था।
ओडिशा डीजीपी अभय कुमार ने पत्रकारों को बताया कि मृतक नक्सली अनिल के ऊपर पांच लाख रुपये का इनाम था। जबकि महिला नक्सली सोनी के ऊपर चार लाख और चिन्ना राव के ऊपर एक लाख रुपये का इनाम घोषित था। ये सभी माओवादी संगठन के दरभा डिवीजन और ओडिशा-आंध्र प्रदेश बॉर्डर एरिया कमेटी में सक्रियता से काम कर रहे थे। साथ ही कई बड़ी घटनाओं में भी शामिल थे।
इसके अलावा उन्होंने बताया कि संगठन को मजबूत करने के लिए इलाके में लूट, हत्या, आगजनी और एंबुश में जवानों को फंसाने का काम करते थे। डीजीपी ने कहा कि मलकानगिरी में अभी भी नक्सली बचे हैं। उन्होंने नक्सलियों से अपील की है कि वे माओवादी संगठन छोड़कर आत्मसमर्पण कर दें और मुख्यधारा में लौट आएं। उन्हें सरकार की सारी योजनाओं का लाभ दिया जाएगा।
दरअसल, मलकानगिरी पुलिस को मुखबिर के जरिये सूचना मिली थी कि छत्तीसगढ़-ओडिशा बॉर्डर पर तुलसी डोंगरी में नक्सली मौजूद हैं। इसी सूचना के आधार पर मंगलवार की सुबह एसओजी के जवान सर्चिंग पर निकल गए थे। जैसे ही जवान तुलसी डोंगरी पहुंचे उन्होंने इलाके को घेर लिए और इसी दौरान नक्सलियों ने जवानों पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में एसओजी ने तीन नक्सलियों को मार गिराया। हालांकि जवानों को भारी पड़ता देख नक्सली जंगल का सहारा लेकर फरार हो गए। हालांकि कुछ देर तक जवान उनकी सर्चिंग करते रहे।