सूरजपुर-IRN.24
क्या सीतापुर विधानसभा में कांग्रेस प्रत्याशी पिता पुत्र ने लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के मुंह पर चिपकाए नोट क्या इसी वजह से उनकी कमियां नहीं दिखा पा रही मीडिया?
सीतापुर विधानसभा के कांग्रेस प्रत्याशी ने इस कदर मीडिया को किया मैनेज की चुनाव समय में उनकी कमियां नहीं हो रही उजागर।
मीडिया मैनेज होने के बावजूद कांग्रेस प्रत्याशी अमरजीत भगत को भाजपा प्रत्याशी के रूप में रिटायर्ड फौजी दे रहे हैं कड़ी टक्कर।
कांग्रेस प्रत्याशी सीतापुर विधानसभा से पांचवीं बार चुनाव मैदान में क्या इस बार उनकी जीत पर रिटायर्ड फौजी लगाएंगे विराम?
उनके विधानसभा में लोगों में आक्रोश पनप रहा,विधानसभा के बाहर के लोग कर रहे चुनाव प्रचार।क्या मीडिया को चुप करके कांग्रेस प्रत्याशी जीतना चाहते हैं पांचवा विधानसभा चुनाव?
अंबिकापुर 11 नवम्बर 2023 (घटती-घटना)। इस समय छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान को लेकर काफी कम दिन बचे हैं सभी दल के प्रत्याशी इस जोर आजमाइश में है कि वह मतदाताओं को अपने पक्ष में कर सकें पर इस बार का विधानसभा चुनाव काफी कड़ी टक्कर के बीच होने का अनुमान है, उसी में से सीतापुर विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 11 में जहां कांग्रेस के खाद्यमंत्री अमरजीत भगत प्रत्याशी हैं उन्हीं के सामने भाजपा ने पूर्व सैनिक राजकुमार टोप्पो को विधानसभा प्रत्याशी घोषित कर खड़ा किया है और यह पूर्व सैनिक काफी कड़ी टक्कर देते दिख रहे हैं, भाजपा ने जिस प्रत्याशी का चुनाव किया है उसे विधानसभा क्षेत्र के लोगों ने पत्र लिखकर चुनाव लड़ने का आग्रह किया था जिसके बाद उन्होंने रिटायरमेंट ले ली थी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने उन्हें भाजपा में शामिल किया था, यह प्रत्याशी भले ही राजनीतिक रूप से कमजोर हैं पर उनकी लोकप्रियता इस विधानसभा में बढ़ी हुई है जिस कारण कांग्रेस प्रत्याशी जो 4 बार के विधायक हैं वह भी इस प्रत्याशी से घबराए हुए हैं घबराहट भी इतनी है की क्षेत्र के मीडिया के मुंह पर नोट चिपका दिया गया है जैसा बताया जा रहा है जिस वजह से इस क्षेत्र की मीडिया ना तो भाजपा प्रत्याशी के लिए कुछ बोल पा रही है और ना ही मंत्री जी के लिए उनकी कमियां ही गिना पा रही है, कांग्रेस प्रत्याशी लगातार चार बार के विधायक सहित कांग्रेस की सत्ता में मंत्री हैं और अपने मंत्री होने के कार्यकाल में इन्होंने जो कारनामे किए हैं वह किसी से छुपी नहीं है जिसका विरोध भी उनके ही विधानसभा में इतना अधिक है कि इनको अपने विधानसभा में काम करने वाले कार्यकर्ता नहीं मिल रहे दूसरे विधानसभा से इन्हे कार्यकर्ता बुलाना पड़ रहा है अन्य जगह से कार्यकर्ता लाया जा रहा है और पूरे चुनाव का मैनेजमेंट पिता पुत्र देख रहे हैं स्थिति यह है कि पिता पुत्र किसी का फोन तक नहीं उठा पा रहे पर मीडिया के मुंह पर नोट चिपकाने की बात दबी जुबान पर सुनने को मिल रही हैं।
कांग्रेस प्रत्याशी अमरजीत भगत सीतापुर विधानसभा क्षेत्र से पांचवीं बार चुनावी मैदान में
छत्तीसगढ़ के 90 विधानसभा में 11 नंबर विधानसभा सीतापुर है जहां पर अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों के लिए सीट आरक्षित की गई है इस विधानसभा में 1952 से लेकर 2023 तक 15 चुनाव हो चुके हैं 16 वां चुनाव होने वाला है अभी तक की स्थिति की बात की जाए तो दो बार निर्दलीय प्रत्याशियों ने यहां पर जीत दर्ज की है बाकी में कांग्रेस के प्रत्याशी ही यहां से जीत दर्ज करते आए, जिसमें से तत्कालीन कांग्रेस प्रत्याशी अमरजीत भगत जो 2003 से लगातार 2018 तक जीत दर्ज की है यह उनका पांचवा चुनाव है, विपक्ष में रहते हुए इन्होंने अपना तीन कार्यकाल पूरा किया उस समय इनका जनाधार काफी अच्छा था पर अपने ही सत्ता में इनका कार्यकाल पूरी तरीके से खराब हो गया या कहा जाए तो लूट खसोट वाला कार्यकाल रहा ऐसा हम नहीं उनके विधानसभा क्षेत्र के लोग कह रहे हैं, इनके विजय रथ को रोकने के लिए इस बार इन्हीं के विधानसभा के लोगों की पसंद जानकर पूर्व सैनिक रामकुमार टोप्पो को भारतीय जनता पार्टी ने मौका देकर चुनाव में उतारा है और इनका विजय रथ रोकने की रणनीति बनाई है। देखना है क्या विजय रथ उनका रुकता है या वह जीत दर्ज कर ले जाते हैं?
मंत्री जी अपने ही सरकार में अपने ही विधानसभा से गुजरने वाली नेशनल हाईवे 143 को पूरा नहीं कर पाए
मंत्री जी यानी कि सीतापुर विधानसभा के प्रत्याशी अमरजीत भगत जो अपने ही शासन काल में उनके विधानसभा से गुजरने वाली 143 नेशनल हाईवे को पूरा नहीं कर पाए जबकि पुरानी बीजेपी सरकार में इसी सड़क के लिए वह विरोध प्रदर्शन करके सड़क पर ही रोपा लगाते देखे गए थे पर अपनी ही सरकार में आखिर क्या वजह थी कि वह इस नेशनल हाईवे को पूरा नहीं कर पाए क्या यह उनकी नाकामी है या फिर इनकी उदासीनता अपने ही विधानसभा के लिए। आज सीतापुर सड़क की बात की जाए तो यह प्रदेश का एकमात्र ऐसी सड़क है जिसमे सफर करना कोई पसंद नहीं करता बस मजबूरी में वह इस सड़क पर सफर करता है। कोरिया सरगुजा के लोग जांजगीर चांपा होकर रायगढ़ जाना ज्यादा पसंद करते हैं यह आम बात है।
अपने ही क्षेत्र की जनता को नाराज कर कर क्यों लगवाना चाहते हैं मंत्री जी अल्युमिनियम फैक्ट्री?
सीतापुर विधायक अमरजीत भगत का बतौली विकासखंड के ग्राम चिरगां गांव में हो रहा है विरोध सूत्रों की माने तो ऐसे कई गांव में हो रहा है कांग्रेसी विधायक अमरजीत भगत का विरोध, वैसे बताया यह जा रहा है कि मंत्री जी जिन मतदाताओं के दम पर जीतकर चार बार विधायक बने उन्हीं के विरोध का सामना उन्हें इसलिए करना पड़ रहा है क्योंकि वहां की जनता उनके लिए गए निर्णय से नाखुश है और वहां पर बन रहे एल्यूमिनियम फैक्ट्री को स्थापित नहीं करना चाहते क्योंकि वहां पर जमीन अधिग्रहण किया जा रहा है जिसे लेकर ग्रामीणों में विरोध है पर विरोध की परवाह किए बिना मंत्री जी आगे बढ़कर फैक्ट्री के पक्ष में हैं जिस वजह से उनकी जनता उनसे नाराज हो गई है जिस जनता की वजह से उन्हें सत्ता हासिल हुई उसी जनता को नाराज करना क्या मंत्री जी के लिए फायदेमंद होगा यह चुनाव परिणाम के बाद ही पता चलेगा?
छत्तीसगढ़ शासन में खाद्य मंत्री रहते हुए अपने विधानसभा क्षेत्र का विकास नहीं कर सके अमरजीत भगत
वर्तमान सत्ताधारी दल का दावा है कि बहुत तेजी से छत्तीसगढ़ में विकास हुआ है पर वहीं विधानसभा क्रमांक 11 सीतापुर की बात की जाए तो यहां पर विकास नहीं हुआ है यहां पर लोग अपने ही विधायक व मंत्री से नाराज है नाराजगी की वजह है मंत्री जी का रूखापन उनके द्वारा अमर्यादित शब्दों का प्रयोग पूरे अपने शासनकाल में मंत्री जी सिर्फ पैसा जुटाने में ही अव्वल रहे अपनी जनता का प्रेम पाने में व उन तक पहुंच पाने में असफल रहे। मंत्री जी अपने निज सचिव तक से कैमरे के सामने किस भाषा में बात करते सुने गए सभी ने देखा सुना।
सीतापुर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी से मिल रही है कड़ी टक्कर मंत्री जी को
बताया जा रहा है की भाजपा ने जिसे प्रत्यासी बनाया है सीतापुर से उन्हे क्षेत्र की जनता ने पत्र लिखकर चुनाव लड़ने आमंत्रित किया है,वह पहले सैनिक थे और उन्होंने जनता के आग्रह पर चुनाव लड़ने का फैसला लिया और चुनावी मैदान में वह उतर गए हैं। भाजपा प्रत्याशी उन्हे कड़ी टक्कर दे रहे हैं मंत्री जी के लिए यह चुनाव आसान नजर नहीं आ रहा है ऐसा क्षेत्र में माना जा रहा है वहीं मंत्री जी भी परेशान हैं यह भी बताया जा रहा है दिनरात वह अपनी जीत सुनिश्चित करने में लगे हुए हैं।
सीतापुर विधानसभा क्षेत्रवासी लेंगे अपने विधायक से बदला जिसे बसाया था पलकों में उसी ने किया छल, नहीं करेंगे कांग्रेस के पक्ष में वोट,ऐसी बातें भी क्षेत्र में सुनी जा रही हैं
सीतापुर विधानसभा में इस बार मतदाता अलग मंशा बनाते नजर आ रहे हैं वह जिस विधायक को जिस व्यक्ति को अपना मानकर चार बार विधानसभा भेजे वह उनके साथ छल किया ऐसा जनता कह रही है और वह बदलाव के मूड में है। वर्तमान विधायक साथ मंत्री की स्थिति यह है की वह अपने ही क्षेत्र में सिमट कर रह गए हैं। क्षेत्र के लोग इस बार कांग्रेस के पक्ष में केवल इसलिए मतदान नहीं करने का मन बना चुके हैं क्योंकि मंत्री बनने के बाद वर्तमान विधायक अंबिकापुर के अपने समर्थकों और व्यापारियों से घिरे रहे उनके अपने विधानसभा क्षेत्र के व्यापारी तक उनसे नाराज है जैसा सूत्रों का कहना है।
सीतापुर विधानसभा क्षेत्रवासी अपने आप को 20 वर्षों से ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं विधायक जी की कार्यशैली से खुश नहीं है विधानसभा क्षेत्रवासी
विधानसभा क्षेत्रवासी सीतापुर अपने आपको 20 वर्ष बाद ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं,अपने विधायक के मंत्री बनते ही उनके बदले स्वरूप से क्षेत्र की जनता काफी नाराज है।क्षेत्र में मंत्री जी का काफी बुरा हाल है इस चुनाव में । कंबल, धोती, साड़ी,गंजा , छाता बांटकर मंत्री जी चुनाव जीतना चाहते हैं।जमीनी हकीकत विपरीत है वह चुनाव में जनता के हाशिए पर हैं जैसा बताया जा रहा है। जनता इस बार बदलाव के मूड में नजर आ रही है।
अभी भी मंत्री जी कुछ लोगों के कहने पर चल रहे हैं गरीब गरीब रह गया अमीर अमीर हो गया सीतापुर विधानसभा क्षेत्र विकास के नाम पर लूट
सीतापुर विधायक साथ ही कैबिनेट मंत्री के कार्यकाल में गरीब गरीब रह गया अमीर अमीर बनता गया यह देखा गया जिसकी चर्चा आम मतदाता करते सुने जा रहे हैं।सीतापुर विधानसभा में विकास के नाम पर पांच साल केवल लूट मची रही यह भी मतदाता कहते सुने जा रहे हैं।
मंत्री महोदय के सिपेसैलर बने करोड़पति
मंत्री जी सीतापुर विधायक के साथ रहने वाले अधिकांश उनके करीबी करोड़पति बन गए इसकी भी जनता में चर्चा है। मंत्री जी किस किस आरोप का जवाब देंगे अब सवाल सबसे बड़ा यही है।
मंत्री महोदय को कड़ी टक्कर दे रहा है भाजपा प्रत्याशी रामकुमार टोप्पो
भाजपा प्रत्याशी पूर्व सैनिक रामकुमार टोप्पो इस बार चार बार के विधायक पांच साल के मंत्री को कड़ी टक्कर देते नजर आ रहे हैं चुनाव में। कुल मिलाकर सीतापुर विधानसभा में एकतरफा माहौल है मंत्री जी के विरोध में खड़े भाजपा प्रत्याशी का।
भाजपा प्रत्याशी रामकुमार टोप्पो को मिल रहा है विधानसभा क्षेत्र में भरपूर सहयोग
भाजपा प्रत्याशी को विधानसभा क्षेत्र में काफी सहयोग भी मिल रहा है। उनका समर्थन लोग खुले दिल से कर रहे हैं वहीं बदलाव की बात भी लोगों की जुबान पर लगातार आ रही है विधानसभा क्षेत्र में।
मंत्री महोदय अपनी खिसकती कुर्सी संभाल नहीं पा रहे हैं- सीतापुर से चार बार के विधायक वर्तमान मंत्री अपनी इस बार खिसकती कुर्सी सम्हालने में जुटे हुए हैं, पुत्र सहित वह क्षेत्र में डटे हुए हैं,उन्हे अपनी कुर्सी खिसकती नजर आ रही है जिसको बचाने वह जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं। वैसे कुर्सी जाने का खतरा ज्यादा है जैसा बताया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ के वर्तमान मुख्यमंत्री के करीबी कहे जाने वाले खाद्य मंत्री अमरजीत भगत की स्थिति चुनाव में फिलहाल मीडिया मैनेजमेंट तक सीमित
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री वर्तमान के सबसे करीबी माने जाने वाले खाद्य मंत्री सीतापुर विधायक की इस चुनाव में स्थिति अच्छी नहीं मानी जा रही है। मिडिया मैनेजमेंट तक ही उनकी स्थिति बेहतर है, क्षेत्र में जनाधार काफी कमजोर माना जा रहा है, चुनाव परिणाम उनके विपरीत जाता नजर आ रहा है जैसा की क्षेत्र से खबरें सामने आ रही हैं।