छत्तीसगढ़ सरकार की तरफ से आम आदमी को सस्ती दवाये उपलब्ध कराने के लिए श्री धन्वंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर योजना शुरू करने के बाद भी उसका लाभ जनता को नहीं मिल पा रहा था, जब इसकी जानकारी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लगी, तो उन्होंने अफसरों की जमकर क्लास लगाई है। दरअसल मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोमवार को अपने निवास कार्यालय में नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग और पर्यावरण एवं आवास विभाग की समीक्षा की। बैठक के दौरान उनके संज्ञान में यह बात आई कि सस्ती दवाओं के होते हुए भी सरकारी डॉक्टर मरीजों को निजी मेडिकल स्टोरों में मिलने वाली दवाये लिख रहे हैं।
सीएम हाउस में हुई बैठक में सीएम् भूपेश बघेल ने श्री धन्वंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर योजना की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने सरकारी अस्पतालों में जेनेरिक दवाईयों की जगह ब्रांडेड दवाई लिखने पर कड़ी नाराजगी दर्ज कराई । सीएम ने अफसरों से कहा कि अगर कोई सरकारी डॉक्टर ब्रांडेड दवाईयां लिखते हैं , तो उनपर पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए ।सीएम के निर्देश के बाद प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने तत्काल सभी जिलों के कलेक्टरों और सीएमएचओ को निर्देश जारी करते हुए कहा कि वह यह सुनिश्चित करें कि चिकित्सक केवल जेनेरिक दवाईयां ही लिखे।