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सरकारी जमीन को लेकर दो पक्षों में जम कर बरसे डण्डे

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न्यूज़ डेस्क / ग्राम पंचायत कसकेला वार्ड क्रमांक 03 में खसरा नम्बर 1751 जो कि एक सरकारी वन भूमि है जिसे काबिज़ को लेकर दो पक्ष अब्दुल्ला अंसारी एवम विमला लोहार व उनका पूरा परिवार के बीच आय दिन वाद विवाद होता रहता है ,दोनो पक्ष इस जमीन को लेकर दोनो पक्ष अपना काबिज कह कर अधिकार जमाने का प्रयास करते है,और आपस झड़प होता रहता है आइये जानते है मामला क्या है? खसरा नम्बर 1751 जानकारी के अनुसार जो कि सरकारी भूमि है जो कि विगत कुछ वर्षों पूर्व अधिकार जमाने के लिए खेती करते थे साल बीतने के बाद अब्दुल्ला काबिज करने मंशा से मकान बनाने की कोसिस किया जिसे अन्य पक्ष के साथ वाद विवाद हो गया जिसे मकान बनाना बन्द कर दिए ,कई वर्षों के बाद विमला लोहार जो कि अपना पट्टा की भूमि बता कर अब्दुल्ला व अन्य पक्ष के विवाद शुरु हो गया विमला लोहार के साथ कई बार वाद विवाद के साथ हाथापाई तक हो गया ,इसके बाद कुछ दिन तक मामला शांत रहा ,फिर अचानक विमला लोहार व उनका पूरा परिवार उक्त जमीन पर इट्ट से दीवाल खडा कर घेराव करना शुरू कर दिया इससे लेकर काफी विवाद हुवा यहां तक कि मामला को शांत करने के लिए पुलिस का सहारा लिया गया ,इसके बाद दो दिन पूर्व की बात है अब्दुल्ला अंसारी व साथी रात के लगभग 11 बजे के आस पास विमला लोहार के द्वारा किया गया बॉन्डरी किया गया था उसे लेबर लगा कर गिराने का प्रयास जिसकी जानकारी अन्य पक्ष को हुआ इससे रोकने के लिए आये और माना करने का प्रयास किया किन्तु दीवाल को गिराने की लगे रहे जिससे विमला लोहार का परिवार वाले विडीओ बनाने लगे जिसे अब्दुल्ला के अन्य साथी मोबाइल को लेकर जमीन में पटक दिए इससे विवाद काफी बढ़ गया और जम कर लाठी डंडा चला जिसमे अब्दुला, के सिर में काफी ज्यादा चोट आया ,व उनके अन्य साथी बसंत सिंह के हाथ टूट गया ,जिसे तत्काल सामुदायिक अस्पताल लटोरी एडमिट किया गया जहाँ प्रारम्भिक इलाज के बाद अम्बिकापुर रेफर कर दिया ,जिनका इलाज जारी है,इस मामले को गंभीरता से जानने का प्रयास कसकेला के वर्तमान पटवारी से करने का प्रयास किया ,वे बताये की जिस जमीन पर विवाद हो रहा है वह एक शासकीय भूमि है जिसे दो पक्ष अब्दुल्ला, व बिमला लोहार व परिवार काबिज करने करने का प्रयास कर रहे है,अभी तक किसी के नाम पर भी काबिज नई है बस दस्तावेज प्रस्तुत किया है,उन्होंने यह भी बताया कि मेरे को उक्त जमीन किसी भी प्रकार का हस्तक्षेप करने पर धमकी के साथ नेता गिरी भी करवाते है इस लिए मैं इस मामले से दूर रहता हूं। बात स्पष्ट है जी मामला गंभीर है और हो भी क्यों न उक्त भूमि मेन रोड से लगा हुवा है जिसका कीमत लाखों में है इसलिए दोनों पक्ष अपना रोटी सेकने में मस्त है,ओ दिन दूर नही यह जमीन विवाद किसी निर्दोष का जान भी ले ले इस लिए इस मामले में प्रशासन को अपने हाथ मे ले और उचित कार्यवाही करें।
ग्रामीणों का कथन -इस मामले में ग्रामवासियों का कहना पंचायत में पंचायत भवन व पटवारी कार्यालय काफी जर्जर हो चुके है पटवारी कार्यालय तो काफी दिनों से निजी भवन में किराये पे ले के चलाया जा रहा था ।ग्राम पंचायत में पटवारी कार्यालय की अति आवश्यकता है क्योंकि कार्यालय स्थाई न होने से ग्रामीणों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है।साथ ही पंचायत भवन भी काफी जर्जर हो चुके है इसलिए इस भूमि को प्रशासन अपने हाथों में लेके किसी भी सरकारी भवन का निर्माण कराया जाए ताकि पूरा मामला शांत पड़ जाए नई तो विगत घटना को देखते हुए ये तो साफ है कि दिनों पक्षो में से किसी की भी जान जा सकती है।

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