एस.एम .पटेल
बलरामपुर
बलरामपुर जिले में विशेष पिछड़ी जनजाति समुदाय को शिक्षित, पोषित और शासन की योजनाओं से लाभान्वित करने तथा मुख्य धारा से जोड़ने के लिए प्रशासन निरंतर प्रयासरत् हैं। शिक्षा से जागरूकता के संकल्प के साथ प्रशासन डोर-टू-डोर सर्वे कर पण्डो व पहाड़ी कोरवा परिवारों की स्वास्थ्य जांच व उपचार के साथ ही अन्य बुनियादी जानकारियां एकत्रित कर रही हैं। कलेक्टर के निर्देश पर विभागीय अमला विशेष पिछड़ी जनजाति बसाहटों में लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य व स्वच्छता के महत्व से अवगत कराते हुए उन्हें स्कूल व स्वास्थ्य केन्द्र में दी जाने वाली सुविधाओं तथा उससे होने वाले लाभ के बारे में जानकारी दे रहा है। पिछले दिनों कलेक्टर कुन्दन कुमार द्वारा पण्डो व पहाड़ी कोरवा बाहुल्य इलाकों का भ्रमण कर अधिकारियों को निर्देशित किया था कि उक्त सामुदाय के बच्चों को स्कूल, आंगनबाड़ी तथा अन्य शासकीय संस्थानों से जोड़कर उन्हें लाभान्वित किया जाये। ग्राम बरवाही के भुसड़ियापारा में मृतक पण्डो परिवार के परिजनों से मुलाकात के दौरान कलेक्टर ने अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए मृतक की बेटी को तत्काल स्कूल व छात्रावास में भर्ती करने के निर्देश दिये थे। जिस पर अमल करते हुए अधिकारियों ने मृतक राजनाथ पण्डो की पुत्री कुमारी पानपती को स्कूल व छात्रावास में दाखिला दिलवाया है। साथ ही कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा है कि सर्वे से प्राप्त जानकारी के अनुसार पण्डो व पहाड़ी कोरवा परिवारों के ऐसे बच्चे जो बीच में पढ़ाई छोड़ चुके है या स्कूल नहीं जा रहे हैं उन्हें स्कूल भेजने के लिए प्रोत्साहित किया जाये तथा आवश्यकतानुसार आश्रम छात्रावास में भर्ती करने की व्यवस्था करें साथ ही उन्होंने जनप्रतिनिधियों, पण्डो समाज प्रमुखों, अधिकारियो, मीडिया के साथियों और आमजनों से अपील करते हुए कहा कि वे भी प्रत्यक्ष/अप्रत्यक्ष रूप से विशेष पिछड़ी जनजाति समुदाय को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए अपना योगदान दें क्योंकि विषय जागरूकता से भी जुड़ा हुआ है, जिसमें सभी की भागीदारी जरूरी होगी। सभी के समन्वित पहल और सक्रियता से ही विशेष पिछड़ी जनजाति समुदाय को मुख्य धारा से जोड़ने के प्रयास में सफल हो पायेंगे।