नई दिल्ली, 04 नवंबर: छत्तीसगढ़ के खैरागढ़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) पार्टी के नेता देवव्रत सिंह का आज (गुरुवार 04 नवंबर) निधन हो गया है। खैरागढ़ विधायक देवव्रत सिंह को दिवाली के दिन सुबह हार्ट अटैक आया, जिसके बाद उनकी मृत्यु हो गई। रिपोर्ट के मुताबिक गुरुवार की सुबह 3 बजे देवव्रत सिंह को दिल का दौरा पड़ा, जिसके बाद उन्हें सिविल अस्पताल ले जाया जा रहा था लेकिन रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया। देवव्रत सिंह ने आधी रात के करीब सीने में दर्द की शिकायत हुई थी। देवव्रत सिंह खैरागढ़ राज परिवार के सदस्य थे। दिवाली के दिन आई इस दुखद खबर को सुनने के बाद उनके समर्थकों में शोक की लहर है।
जानें देवव्रत सिंह के बारे में?
– खैरागढ़ के पूर्व शाही परिवार के सदस्य देवव्रत सिंह पहली बार 1995 में कांग्रेस के टिकट पर विधायक चुने गए थे। वह 1998 और 2003 में फिर से चुने गए। 2007 में, उन्होंने राजनांदगांव संसदीय सीट जीती।
– देवव्रत सिंह ने दिसंबर 2017 में यह कहते हुए कांग्रेस छोड़ दी कि उन्हें ऐसा करने के लिए मजबूर किया गया क्योंकि उन्हें उपेक्षित और दरकिनार किया जा रहा था।
– दो महीने बाद वह फरवरी 2018 में पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के नेतृत्व वाली जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) में शामिल हो गए।
– उन्होंने 2018 का विधानसभा चुनाव लड़ा और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के टिकट पर खैरागढ़ से चौथी बार विधायक बने
– जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के अध्यक्ष अमित जोगी ने कहा, “हम सभी देवव्रत सिंह की मौत से सदमे में हैं। 1998 से मेरे उनके साथ घनिष्ठ संबंध थे। पार्टी के लिए बहुत बड़ी क्षति।”