सूरजपुर / रमकोला- वन परिक्षेत्र सूरजपुर जिले में लगातार हो रहे भ्रष्टाचार के बीच एक और मामला प्रकाश में आया है। जैसें आज़ देखा जाए तो वनों कि प्रर्यावरण जो लोग आज शुद्ध ऑक्सीजन ले पा रहे हैं कुछ ऐसा समय आएगा कि लोग ऑक्सीजन को तरसेंगे ऐसे ही वन विभाग कर्मचारियों का रवैया रहा तो आने वाले समय में लोग पीठ पर ऑक्सीजन बांधकर चलेंगे सांस लेने को जो आज वन विभाग के अमला ओं के द्वारा अपने जेब भरने का काम कर रहे हैं उन्हें यह मालूम नहीं है कि आने वाले समय में हम सब ऑक्सीजन को तरस जाएंगे।
ऐसे ही ग्राम रमकोला थाना के अंतर्गत धूरिया गांव में निवासरत रामकुमार राजवाड़े जो कि रमकोला के तमोर पिंगला में चौकीदार के पद पर पदस्थ है।
सूत्रों से जानकारी मिली है कि रामकुमार निजी जंगलों से लकड़ियां कटवा कर उसे कम दामों में खरीद आसपास के गांव में उसे महंगे दामों मे बेचने का काम करता है।
जब हमारी टीम मौके पर इसकी पड़ताल के लिए पहुंची तो यह जानकारी के मुताबिक सही पाया गया।
हमारी इस पड़ताल में पास के ही एक युवक ने अपने बयान में हमें यह भी बताया कि आज शाम को रामकुमार लकड़ी लेने आयेगा।
और उसने यह भी बताया कि रामकुमार निरंतर लकड़ियों के इस अवैध कारोबार में लम्बे समय से संलिप्त है।
ज्ञात हो कि हमने इस मामले की जानकारी पहले ही सूरजपुर D.F.O.संजय यादव एवं तमोर पिंगला रेंजर अजय सोनी को दी है।
जब हमारी टीम मौके पर पहुंची तो वहां लकड़ियों का जत्था पड़ा मिला, वर्तमान में हमने इस विषय में रामकुमार से बाईट लेनी चाही लेकिन वहां रामकमार मौजूद नहीं था।
वहां पर मौजूद रामकुमार की पत्नी से जब हमने इस विषय में जानकारी मांगी तो उनके द्वारा गोल मटोल जवाब दिया गया।
जिस कारण रामकुमार पर लगा यह आरोप शायद सही प्रतीत होता है।
पर सच तो यह है कि इस पूरे लकी तस्करी में कुछ अधिकारियों की मिलीभगत साफ जाहिर करता है कि स्थानीय रेंजर इस कारोबार में सम्मिलित है।
अब वन परिक्षेत्र के अधिकारियों के द्वारा इस मामले की जांच की जायेगी या नहीं यह तो आने वाला वक्त बताएगा।