राजस्थान के बरलूट थाने की महिला SHO सीमा जाखड़ (SHO Seema Jakhar) को तस्करों से साठगांव के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया है. आरोप है कि लेडी एसएचओ ने पूरी डील वॉट्सऐप कॉल के जरिए की थी. एसपी के निर्देश पर तस्करों को पकड़ने गई सीमा जाखड़ ने तस्करों के सरगना से 10 लाख रुपए में डील कर ली. शुरुआती जांच में सामने आया कि लेडी एसएचओ ने WhatsApp पर काल करके पूरी डील फाइनल की. फिर अपने पर्सनल गाड़ी में तस्करों को भागने में मदद भी की. 28 नवंबर को एसएचओ सीमा की शादी भी होने वाली है. उससे पहले कारनामे की पोल खुल गई. कई दिनों से एसएचओ सीमा जाखड़ सिरोही एसपी धर्मेंद्र सिंह के रडार पर भी थी.
बरलूट थाना की ओर से की गई डोडा-पोस्त के तस्कर पर कार्रवाई सवालों के घेरे में आ गई. 10 लाख रुपय की मोटी रिश्वत राशि लेकर तस्कर को गिरफ्तार नहीं कर फरार दिखाने का सौदा किया गया. इस मामले में बरलूट थानाधिकारी सीमा जाखड़ और तीन पुलिसकर्मियों की भूमिका संदिग्ध पाई गई है. मामले का खुलासा होने पर पुलिस अधीक्षक ने बरलूट एसएचओ सीमा जाखड़ और तीन पुलिसकर्मियों सस्पेंड कर दिया. जानकारी के मुताबिक, घटना बरलूट थाना इलाके में दो दिन की है. यहां बरलूट पुलिस ने ऊड गांव के पास एक होटल के नजदीक डोडा पोस्त तस्कर को पकड़ा था. तस्कर के पास से दो क्विंटल 10 किलो डोडा पोस्त से भरी गाड़ी पाई गई थी. लेकिन बाद में तस्कर ने पुलिस के साथ सौदेबाजी की कर ली. आरोप है कि थानाधिकारी सीमा जाखड़ और उनके साथ मौजूद तीन पुलिसकर्मियों ने तस्कर की गिरफ्तारी नहीं बताकर उन्हें मौके से फरार दिखाने का सौदा कर लिया. मामला 10 लाख रुपये में तय हुआ. दस लाख रुपये की रकम जालोर जिले के सांचौर इलाके के एक गांव के सरपंच के माध्यम से पुलिस को भिजवाई गई. पुलिस और तस्कर के बीच हुई इस सौदेबाजी का पूरा घटनाक्रम होटल में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया. वहीं तस्कर को बस में बिठाकर भागने के सीसीटीवी फुटेज भी सामने आए हैं. पूरे घटनाक्रम का जब पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह यादव को पता चला तो उन्होंने तुरंत एक्शन लिया. एसपी यादव खुद बरलूट थाना पहुंचे और होटल के सीसीटीवी फुटेज सहित प्रत्यक्षदर्शियों से मामले की जानकारी ली. मामले में थानाधिकारी सीमा जाखड़ और कांस्टेबल ओमप्रकाश, सुरेश और हनुमान की संदिग्ध भूमिका मिली. एसपी यादव ने सभो को सस्पेंड कर दिया है.