विनोद कुमार गुप्ता, अम्बिकापुर: शहर के घड़ी चौक में नेकी का दीवार बारिश की पानी में जो भी कपड़े जूते चप्पल समान है वह बारिश में भीग कर खराब हो रहा है ।जी हां हम बात कर रहे हैं उस नेकी की दीवार की जिसने कई लोगों का तन ढकने में गरीब व असहाय लोगों की मदद का जरिया बना। अंबिकापुर में घड़ी चौक के पास कुछ साल पहले नेकी का दीवार गरीब असहाय लोगों के लिए बनाई गई थी। जहां से कमजोर और गरीब तबके के लोग वहां से जरूरत का सामान जो अपने इस्तेमाल करने लायक हैं वहां से ले सके। पर आज वहां का नजारा देखने से पता चलता है की कपड़े और सामान वगैरह तो वहां पर मौजूद है पर वहां का रखरखाव पूरी तरह से बर्बाद हो गया है। वहां का सामान बारिश में पूरी तरह भीग कर खराब हो रहा है।
दरअसल यहां नेकी की दीवार में कुछ समय पहले अचानक आग लग गई थी जिसके बाद से यहां का हाल बेहाल है। पर अंबिकापुर के नगर पालिक निगम व वहां के जनप्रतिनिधि इस पर कोई ठोस पहल नहीं कर रहे। इसलिए आज वहां जो भी कपड़े, जूते ,चप्पल, बिस्तर, व अन्य समान पड़ा है, सब बारिश के पानी में भीग कर खराब हो जा रहा है। यदि कोई इस पर ध्यान देते तो आज बहुत सारे कपड़े और जो भी समान है वह बारिश में भीग कर खराब नहीं होते।
लोग अपने घरों से लाकर हैं समान पहुंचाते हैं ताकि किसी गरीब मजदूर असहाय की मदद हो सके। इस वजह से उस जगह का नाम नेकी का दीवार रखा है। अब देखना होगा कि प्रशासन कब उस पर ध्यान देता है अगर समय रहते हो वहां का छज्जा या सैड बनवा दिया जाए तो जरूरतमंदों को सामान मिल पाएगा।