विनोद गुप्ता / राजधानी रायपुर में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। इसके साथ ही अपराधिक गतिविधियां एक बार फिर से शुरू हो गई हैं। हालांकि, अच्छी बात यह है कि पुलिस भी सक्रियता से काम कर रही है और एक मामले का पर्दाफाश भी कर दिया। पहला मामला धरसींवा इलाके के निको कंपनी के पास का है, जहां दो दिन पहले एक सुरक्षा गार्ड और उसके साथी को रोककर लाइसेंसी रिवाल्वर, कारतूस, मोबाइल और नकदी लूटने वाले तीन आदतन बदमाशों को बुधवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। तीनों के कब्जे से लूटा गया सारा सामान बरामद कर लिया गया। पकड़े गए आरोपित पहले भी लूट की कई वारदात में शामिल रहे हैं।
एएसपी क्राइम अभिषेक माहेश्वरी ने बताया कि बालाजी बिल्डर कंपनी में निजी सुरक्षा गार्ड अरूण कुमार मिश्रा 23 मई को वह अपने साथी सुरेश कुमार दुबे के साथ बाइक से रिवाल्वर, 11 जिंदा कारतूस के साथ गांव से रायपुर लौट रहा था।
24 मई को तड़के चार बजे सिलतरा के आगे निको कंपनी के सामने हाइवे रोड के पास बदमाशों ने सुरक्षागार्ड अरूण की पिटाई कर उसकी कमर में बंधी लाइसेंसी रिवाल्वर होलस्टर के साथ, 11 जिंदा कारतूस, पिट्ठु बैग में रखें बाइक का रजिस्ट्रेशन कार्ड, मोबाइल, रिवाल्वर का लाइसेंस, आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक ऑफ बड़ौदा व आईसीआईसीआई बैंक का एटीएम कार्ड और जेब में रखें तीन हजार रुपये लूट कर फरार हो गए।
उस मामले में साइबर सेल एवं धरसींवा पुलिस थाने की संयुक्त टीम मुखबिरों की मदद से बाजार चौक शनि मंदिर पास, धरसींवा निवासी संदेही झमेन्द्र वर्मा (30) को हिरासत में लेकर पूछताछ की। कड़ाई बरतने पर उसने पड़ोस के तन्मय निषाद (22) और ग्राम परसतराई वार्ड नंबर तीन निवासी केशव वर्मा(19) के साथ मिलकर लूट की वारदात करना कबूल किया। पुलिस ने उनके पास से लूटा गया सारा सामान बरामद कर लिया।