सूरजपुर/राष्ट्रीय शिक्षक दिवस के अवसर पर राजधानी रायपुर राजभवन में आयोजित राज्य स्तरीय समाज समारोह में राज्यपाल माननीय विश्व भूषण हरिचंद, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, शिक्षा मंत्री रविंद्र चौबे एवं स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव आलोक शुक्ला की उपस्थिति में राज्यपाल के हाथों शासकीय प्राथमिक शाला बरपारा में पदस्थ प्रधानपाठक दिनेश साहू को राज्यपाल शिक्षक सम्मान 2022 से सम्मानित किया गया है|जिले के भैयाथान विकासखंड में स्थित प्राथमिक शाला बरपाड़ा के प्रधान पाठक दिनेश साहू इससे पूर्व प्राथमिक शाला सुंदरगंज में पदस्थ थे, जहां उन्होंने शिक्षा के साथ-साथ विभिन्न उल्लेखनीय क्षेत्रो में उत्कृष्ट कार्य किया है, जिसके बदौलत आज उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश का सबसे बड़ा सम्मान प्रदान किया है|
”नवाचार से शिक्षा“-वर्तमान में शासन द्वारा पीढ़ीगत शिक्षा पद्धति के स्थान पर नवाचार शिक्षा पद्धति पर जोर दिया जा रहा है इसी बात को ध्यान में रखते हुए दिनेश साहू अपने छात्रों को आसानी से समझ पारक बनाने हेतु पढ़ाई के क्षेत्र में अनेक नवाचार करते-रहते हैं, जिसमें प्रमुख रूप से शून्य निवेश नवाचार सहायक सामग्री से अध्ययन को सरल बनाने वाली सामग्री का निर्माण, कबाड़ से जुगाड़ जिसमें उन्होंने जिले में प्रथम स्थान प्राप्त किया प्रिंटरिच वातावरण जिसमें शिक्षा से संबंधित विषयों को दीवार पर फ्लेक्स बनाकर चिपकाया गया है|
“डिजिटल व स्मार्ट क्लास”-कंप्यूटर के दौर में जहां ग्रामीण अंचल के बच्चे टेक्नोलॉजी में पीछड़ ना जाए इसलिए उन्होंने अपने विद्यालय में स्मार्ट क्लास प्रारंभ किया है, उनके विद्यालय में पढ़ाई विभिन्न माध्यमों जैसे, एल.ई.डी, प्रोजेक्टर, सॉन्ग सिस्टम आदि के माध्यम से होती है|साथ ही अनेक प्रयास से विद्यालय को डिजिटल विद्यालय व बस्ता मुक्त विद्यालय का तमगा भी प्राप्त है|अपने इसी विशेष प्रयास के बदौलत उनके छात्रों का चयन नवोदय व एकलव्य जैसे स्कूलों में हुआ है|
“कोरोना काल में पढ़ाई”-विगत वर्ष कोरोना संकट के समय लॉकडाउन के कारण जब देश के सभी छात्र-छात्राओं का पढ़ाई प्रभावित हो रहा था, तब दिनेश साहू ने जगह-जगह जाकर मोहल्ला क्लास, मिस कॉल गुरुजी, लाउडस्पीकर से पढ़ाई, पढ़ाई तुंहर दुआर के माध्यम से अपने बच्चों का पढ़ाई जारी रखा|साथ ही शासन द्वारा वैक्सीनेशन में जागरूकता अभियान में भी अपूर्वपूर्ण योगदान देते हुए घर-घर जाकर वैक्सीन लगवाने हेतु जागरूकता फैलाई, जिसको जिला प्रशासन सूरजपुर द्वारा सराहा गया|
“खेल-खेल के साथ शिक्षा”-दिनेश साहू खेल में विशेष रूचि रखते हैं, वे वॉलीबॉल के राष्ट्रीय रेफरी भी है, वे राष्ट्रीय स्तर प्रतियोगिता गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बनारस आदि राज्यों में रेफरशिप कर चुके हैं|उनका मानना है कि अगर शरीर स्वस्थ रहेगा तभी मन स्वस्थ हो पाएगा |इसलिए उन्होंने शिक्षा के साथ-साथ वॉलीबॉल खेल विगत कई वर्षों से सुबह-शाम निशुल्क प्रशिक्षण देते आ रहे हैं, उनसे प्रशिक्षण प्राप्त छात्र-छात्राऐं राज्य व राष्ट्रीय स्तर में प्रतिनिधित्व व भारतीय खेल प्राधिकरण रायपुर में 2 छात्राऐं ट्रेनिंग ले रही है | इस वर्ष आयोजित छत्तीसगढ़ ओलंपिक के 18 वर्ष विद्या में उनके छात्र का चयन फुगडी में संभाग स्तर हेतु हुआ है |दिनेश साहू स्वयं विगत वर्ष संभाग स्तरीय युवा उत्सव के वाद-विवाद प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त कर चुके हैं इसके सिवाय इनके नेतृत्व व मार्गदर्शन में पहली बार आयोजित जनजातीय खेल प्रतियोगिता उड़ीसा में जिले के 07 खिलाड़ियों ने राज्य का प्रतिनिधित्व किया |गर्मियों की छुट्टी में जब बच्चे गांव घूमने या मोबाइल में अपना समय व्यतीत करते हैं,उसे दौरान भी प्रतिवर्ष इनके द्वारा ग्रीष्मकालीन खेल प्रशिक्षण शिविर का आयोजन कर वॉलीबॉल का निशुल्क प्रशिक्षण दिया जाता है |
“समुदाय/समिति गठन”-विद्यालय के शिक्षकिय एवं अन्य कार्यों में छात्रों के पलक, गांव प्रधान, ग्रामवासी को संगठित कर ग्राम समुदाय/समिति का गठन किया गया है |इसके माध्यम से विद्यालय में हो रहे शिक्षकीय कार्यों, संस्कृति, सामाजिक, आर्थिक आदि में सहयोग प्राप्त किया जाता है |इसके अतिरिक्त साल प्रबंधन समिति एवं पालक समिति के सदस्यों को पंथी सुआ व शैला नृत्य तैयार कर संभाग व राज्य स्तरीय युवा उत्सव में स्थान प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं |साथ ही समिति व सहकर्मी के सहयोग से विद्यालय में बाउंड्रीवाल व अधोसंरचना का निर्माण, विद्यालय का रंग रोगन-रोंग, बाग-बगीचा आदि निर्माण कार्य किया गया है |
“वृक्षारोपण व फुलवारी निर्माण”-पर्यावरण के प्रति समर्पित दिनेश साहू ने विद्यालय परिसर में 1000 से भी अधिक छायादार, हलदर एवं औषधि युक्त पौधों का रोपण किया है |जहां आज फलदार वृक्ष जैसे जामुन, आम, अमरूद, केला, पपीता आदि मौसमी फल लदे रहते हैं, जिसका लाभ आज विद्यालय के बच्चे वह ग्रामवासी प्राप्त कर रहे हैं |विद्यालय परिसर में इनके द्वारा फुलवारी/ बगीचा का भी निर्माण किया गया है, इसके कई तरह के फूल खिले रहते हैं |प्रत्येक पौधों के नीचे हिंदी व अंग्रेजी में नेम प्लेट पर नाम लिखा हुआ है |जिससे बच्चे पेड़-पौधों की प्रजाति को आसानी से समझना सीखते हैं |
“बृहद किचन गार्डन”-अपने विद्यालय परिसर में दिनेश साहू ने किचन गार्डन का निर्माण किया है, मध्यान भोजन में पोषण आहार के आधार पर विभिन्न विटामिन युक्त साग-सब्जियों को उगाया गया है |जिसमें मुनगा ,हरी पत्तेदार सब्जी आदि हैं |किचन गार्डन से प्राप्त साग-सब्जियों का उपयोग बच्चों के मध्यान भोजन में किया जाता है |
“बच्चों को स्वयं के व्यय पर करवाते हैं शैक्षणिक भ्रमण”-छोटे बच्चे पढ़ने-लिखने से ज्यादा देखने-सुनने से समझते हैं |इसी बात को मनन करते हुए दिनेश साहू अपने क्लास के सभी बच्चों को समय-समय पर स्वयं के व्यय से विभिन्न शैक्षणिक,ऐतिहासिक संस्कृतिक जगह का भ्रमण करवाते हैं, जिसमें छत्तीसगढ़ के समला कहे जाने वाले मैनपाट, हवाई अड्डा अंबिकापुर, महामाया मंदिर, संजय पार्क, लाइब्रेरी आदि स्थलों का ब्राह्मण करवा चुके हैं तथा दूरस्थ अंचल के बच्चे जिन्होंने कभी ट्रेन में सफल नहीं किया है उन्हें ट्रेन यात्रा भी कार्रवाई |
“अपने विशिष्ट कार्य हेतु हो चुके हैं सम्मानित”-दिनेश साहू के इन विशिष्ट प्रयासों हेतु मुख्यमंत्री शिक्षा दूत अलंकरण, भारतीय दलित साहित्य अकादमी अवार्ड, भारतीय दलित राष्ट्रीय अकादमी पुरस्कार, कांग्रेस भारत सेल द्वारा विद्याचरण शुक्ल सम्मान, अक्षय शिक्षा प्रबोधन सम्मान, कांग्रेस सेवा दल द्वारा माननीय खाद्य मंत्री अमरजीत भगत के हाथों से उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान, जेड.आई.आई.ई.आई.संस्था द्वारा उत्कृष्ट शिक्षा व उत्कृष्ट विद्यालय सम्मान, इंटरनेशनल एजुकेशन अवार्ड 2020 के अंतर्गत यंग टीचर आँफ दी इयर अवॉर्ड, राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर खेल एवं युवा कल्याण विभाग सूरजपुर द्वारा विशिष्ट सेवा सम्मान, 15 अगस्त 2020 व 2023 को जिला प्रशासन सूरजपुर द्वारा प्रशस्ति पत्र आदि से सम्मानित किया जा चुका है
अपने इन्हीं विशेष प्रयास व सराहनीय कार्य के बदौलत दिनेश साहू को राज्य के सबसे बड़े शिक्षक सम्मान से नवाज किया गया है |दिनेश साहू ने राज्यपाल शिक्षक सम्मान प्राप्त करने पर जिला प्रशासन, शिक्षा विभाग, विद्यालय के सहकर्मी एवं उनके परिवारजन कौशल्या दिया है |उनके इस उपलब्धि पर जिला शिक्षा अधिकारी ललित राम पटेल, डी.एम.सी. शशिकांत सिंह, विकासखंड शिक्षा अधिकारी विनोद दुबे सहित जिले के अन्य अधिकारी-कर्मचारी ने सराहना की है |