मेडिकल आफीसर नदारद, फार्मासिस्ट और स्टाफ नर्स के भरोसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र करंजी अव्यवस्था की मिसाल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र
IRN.24- महेश कुमार
करंजी – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है । स्वस्थ भारत समृद्ध भारत बने। वैसे केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं। लेकिन सरकार भले ही स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए प्रयासरत हो एवं स्वास्थ्य संबंधित ग्रामीण अंचल में तमाम तरह की योजनाएं चलाई जा रही है। लेकिन शासन के नुमाइंदे पानी फेरते नजर आ रहे हैं। इसका जीता जागता उदाहरण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र करंजी में देखा जा सकता है। करंजी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हमेशा सुर्खियों पर बनी रहती है। इससे पहले भी कई बार डॉक्टर नदारत पाए गए हैं। डॉक्टर का तो आने या जाने का कोई समय समय ही नहीं है। इससे पूर्व एक बार तो ग्रामीणों ने अस्पताल को ताला जोड़ दिया था। इसकी सूचना सूरजपुर सीएमओ डॉक्टर रन साय सिंह को दी गई। तब इसकी जानकारी सीएमओ ने पुलिस चौकी करंजी को दी। और चौकी प्रभारी करंजी एवं सीएमओ के समझाइश के बाद ग्रामीणों ने अस्पताल खोलने दिया और सीएमओ ने यह आश्वासन दिया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र करंजी के स्टाफ एवं डॉक्टर के ऊपर उचित कार्रवाई की जाएगी। एवं व्यवस्था सुधर जाएगा।लेकिन वही स्थिति आज भी बनी हुई है डॉक्टर अपनी मनमानी तरीके से हॉस्पिटल आते हैं और मनमानी चले जाते हैं ग्रामीणों का कहना है कि जब यहां डॉक्टर रहते ही नहीं। इलाज के लिए जब बाहर जाना ही पड़ता है तो करंजी में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का कोई कार्य नहीं है। तो हॉस्पिटल बंद किया जाए । ग्रामीणों का कहना है कि 5 दिनों के अंदर व्यवस्था नहीं सुधारा गया तो उग्र आंदोलन करने को मजबूर हैं। और इसकी शिकायत सूरजपुर कलेक्टर और एसडीम महोदय तक पहुंच जाएंगे।