नई दिल्ली: देश में कई साल के अंतराल के बाद एक बार फिर से महंगाई (Inflation) लोगों को सता रही है. खुदरा महंगाई (Retail Inflation) जनवरी में 7 महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गई और रिजर्व बैंक (RBI) के लक्ष्य के दायरे से बाहर निकल गई. थोक महंगाई (Wholesale Inflation) कई महीने से 10 फीसदी से ज्यादा है. इस बीच सबसे बड़ी एफएमसीजी (FMCG) कंपनियों में से एक हिंदुस्तान यूनिलीवर (HUL) ने इस साल दूसरी बार साबुन और सर्फ की कीमतें बढ़ा दी है. इसके बाद अन्य कंपनियां भी अपने सर्फ-साबुन के दाम बढ़ा सकती हैं.
मार्केट एनालिस्ट फर्म Edelweiss की मानें तो हिंदुस्तान यूनिलीवर ने इस महीने सर्फ और साबुन के दाम में 3 से 10 फीसदी तक की बढ़ोतरी की है. कंपनी जनवरी में भी सर्फ-साबुन के दाम बढ़ा चुकी है. हिंदुस्तान यूनिलीवर लक्स, रेक्सोना, पॉन्ड्स, सर्फ एक्सल, विम बार जैसे लोकप्रिय उत्पाद बेचती है, जिनका इस्तेमाल घर-घर में किया जाता है. इस महीने लक्स, रेक्सोना, पॉन्ड्स और सर्फ एक्सल के दाम बढ़ाए गए हैं. Edelweiss Financial Services के एक्सीक्यूटिव डाइरेक्टर अवनीश रॉय ने कहा, हमारे चैनल चेक से पता चलता है कि सर्फ एक्सल ईजी वॉश, सर्फ एक्सल क्विक वॉश, विम बार एंड लिक्विड, लक्स, रेक्सोना, पॉन्ड्स पावडर समेत कई उत्पादों के दाम बढ़ा चुकी है. कंपनी ने पिछले महीने व्हील डिटर्जेंट, पीयर्स साबुन और सर्फ एक्सल के दाम बढ़ाए थे. सर्फ एक्सल के दाम इस बार भी बढ़ाए गए हैं.
हिंदुस्तान यूनिलीवर पिछले साल अक्टूबर से लगभग हर महीने दाम बढ़ा रही है. नवंबर 2021 में उसने 1 किलो वाले व्हील डिटर्जेंट की कीमतों में 3.4 फीसदी की बढ़ोतरी की थी. दिसंबर में कंपनी ने लाइफबॉय साबुन, लक्स साबुन, सर्फ एक्सल डिटर्जेंट साबुन और रिन डिटर्जेंट साबुन के दाम 7 से 13 फीसदी तक बढ़ा दिए थे. Edelweiss के आकलन के अनुसार, अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में हिंदुस्तान यूनिलीवर के उत्पाद सालाना आधार पर 8 फीसदी तक महंगे हुए थे. हालांकि दाम बढ़ाने के बाद भी कंपनी की बिक्री पर कोई असर नहीं हुआ और न ही बाजार हिस्सेदारी कम हुई. सर्फ और साबुन के बाजार में अभी हिंदुस्तान यूनिलीवर का दबदबा है. दाम बढ़ाने के बाद भी बिक्री कम नहीं होने से कंपनी को अपने सामानों को और महंगा करने का भरोसा मिला.