सूरजपुर/IRN.24… सूरजपुर स्थित एक गैर सरकारी संगठन के अनुसार, जिले में श्रमिकों को अभी तक उनका वेतन नहीं मिला है।
छत्तीसगढ़ की सूरजपुर जिले में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (MGNREGA) योजना के तहत मजदूरी के वितरण में देरी के कारण गंभीर वित्तीय तनाव पैदा हो गया है। यहाँ के लोगों का कहना है कि कुछ लोगों को निजी ऋणदाताओं से उच्च ब्याज दरों पर पैसे उधार लेने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। कुछ श्रमिकों का कहना है कि उन्हें पिछले दो महीनों से वेतन नहीं मिला है, जिससे उन्हें दो वक्त का खाना जुटाना मुश्किल हो गया है। मनरेगा मजदूरों को मजदूरी भुगतान नहीं होने की वजह से खेती बाड़ी में भी काफी परेशानियों का सामना उठाना पड़ा। यही नहीं अभी जो रक्षाबंधन बीता उसमें भी मजदूरों को ब्याज पर कर्ज की राशि लेनी पड़ी।मजदूरी भुगतान में हो रही देरी को लेकर मजदूरों ने मनरेगा मेट के ऊपर दबाव बनाना शुरू कर दिया है।
(MGNREGA) मेट परेशान होकर मेट संघ के द्वारा मुख्य कार्यपालन अधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए, यह अवगत कराया की 10 दिवस के भीतर मनरेगा मजदूरी का भुगतान नहीं कराया गया तो मजदूरों के साथ मिलकर उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।जिले के एक सरकारी अधिकारी ने स्वीकार किया कि सूरजपुर में ग्रामीण विकास विभाग को कुछ समय से केंद्र से धनराशि नहीं मिली है, जिसके कारण ग्रामीण नौकरी गारंटी योजना के तहत मजदूरी के वितरण में देरी हो रही है।कई श्रमिकों का आरोप है कि उनके वेतन का भुगतान न होने का कारण व्यापक भ्रष्टाचार है।