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भैयाथान क्षेत्र में बिजली व्यवस्था चरमराई, मेंटेनेंस व फ्यूज कॉल के नाम पर लाखों खर्च, फिर भी घंटों गुल रहती है लाइट

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IRN24 राधे यादव…✍🏻

सूरजपुर।
भैयाथाना क्षेत्र के ग्रामीण लगातार बिजली व्यवस्था की अव्यवस्था से परेशान हैं। क्षेत्र में कई-कई घंटे लाइट गुल रहने की समस्या आम हो चुकी है। वहीं, विद्युत विभाग पर सवाल उठने लगे हैं कि जब हर महीने फ्यूज कॉल और मेंटेनेंस के नाम पर लाखों रुपए का भुगतान किया जा रहा है, तो आखिर इतनी अधिक परेशानी क्यों हो रही है?

स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि “मेंटेनेंस के नाम पर विभाग द्वारा लाखों रुपए खर्च किए जाते हैं। हर महीने फ्यूज कॉल पर हजारों रुपए का बिल पास होता है, लेकिन जमीनी स्तर पर कोई सुधार दिखाई नहीं देता। थोड़ी-सी बारिश या हवा चलने पर घंटों बिजली गुल रहती है।”

सबसे चिंताजनक स्थिति यह है कि दर्जनों गांव लगातार ब्लैकआउट की समस्या झेल रहे हैं। कहीं 4–5 घंटे तो कहीं पूरा दिन बिजली नहीं रहती। इससे लोगों का धैर्य जवाब देने लगा है।

ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि जब भी वे बिजली कटौती या खराबी की जानकारी लेने के लिए संबंधित अधिकारियों से संपर्क करना चाहते हैं तो उनके मोबाइल फोन बंद रहते हैं। वहीं, लाइनमैन भी फोन उठाने को तैयार नहीं होते, जिससे आम जनता यह समझ ही नहीं पाती कि आखिर जानकारी किससे ली जाए।

इस मामले में अब लाइनमैन और जेई की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठने लगे हैं। लोगों का कहना है कि यदि समय रहते सही तरीके से मेंटेनेंस कार्य कर लिया जाता, तो बार-बार फ्यूज उड़ने और तार टूटने जैसी समस्या सामने नहीं आती। ग्रामीणों ने सवाल उठाया कि आखिर जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारी समय पर मेंटेनेंस क्यों नहीं करते और कागजों में ही खानापूर्ति कर देते हैं?

बिजली की इस लापरवाही से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। व्यापारिक गतिविधियों में गिरावट आ रही है, किसानों के खेतों में सिंचाई बाधित हो रही है, वहीं विद्यार्थियों की पढ़ाई पर भी सीधा असर पड़ रहा है।

ग्रामीणों ने जिला प्रशासन और बिजली विभाग के उच्च अधिकारियों से मांग की है कि इस मामले की गंभीरता से जांच की जाए। यह स्पष्ट किया जाए कि लाखों रुपए के भुगतान के बावजूद क्षेत्र की बिजली व्यवस्था सुधर क्यों नहीं रही है, और क्यों जेई व लाइनमैन समय रहते अपना दायित्व नहीं निभाते।

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