रायपुर | छत्तीसगढ़ की नई राजधानी यानि नवा रायपुर के किसान आंदोलन गूंज दिल्ली तक पहुंच गई है। अब राकेश टिकैत छत्तीसगढ़ के किसानो के आंदोलन की अगुवाई करेंगे। नवा रायपुर के प्रभावित किसानो के कल नेताओं ने उत्तर प्रदेश के सिसौली में टिकैत के मुलाकात की है । राकेश टिकैत छत्तीसगढ़ के किसानों की मांग को समर्थन देने लिए राजी हो गए है। अब वह रायपुर आकर किसानो के आंदोलन की अगुवाई करेंगे।
किसान नेता रूपन चंद्राकर ने बयान जारी करके बताया कि कल ही नवा रायपुर के किसानों की राकेश टिकैत से मुलाकात हुई है। राकेश टिकैत ने किसानो की मांगों को सुनने के बाद नई राजधानी के किसान आंदोलन में शामिल होने पर हामी भर दी है। मिली जानकारी मुताबिक राकेश टिकैत और योगेंद्र यादव ने कहा है कि अगर भूपेश बघेल सरकार किसानों की मांगे मान लेती है, तो ठीक है ,अन्यथा वह आंदोलन में शामिल होंगे।
सरकार ने मांगी 8 में से 6 मांगे
इधर सरकार ने छत्तीसगढ़ सरकार ने बयान जारी करते हुए कहा है कि सरकार की ओर से नई राजधानी परियोजना प्रभावित किसान कल्याण समिति की स्वीकार की गई मांगों पर तेजी से कार्यवाही जारी है। इसके लिए नवा रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण द्वारा आवश्यक कार्यवाही प्रारंभ कर दी गई है।
इनमें नवा रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण द्वारा निविदा के माध्यम से प्राप्त की जाने वाली विभिन्न सेवाओं हेतु 60 प्रतिशत रोजगार का आरक्षण प्राभावित ग्रामों के व्यक्तियों को दिए जाने संबंधी आदेश जारी कर दिया गया है। इसी तरह सशक्त समिति की बारहवीं बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार आवासीय पट्टा जारी किया जाना है। इसके लिए नवा रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण द्वारा सर्वे आदेश जारी किया गया है। इनमें अभी तक 4 ग्रामों में सर्वे कार्य पूर्ण हो चुका है और 7 ग्रामों में सर्वे की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है।
किसान नेता राजनीति कर रहे हैं, 80 प्रतिशत किसान सरकार के प्रयासों को समझते हैं:सुशील आनंद
इधर सरकार किसानों की मांग के पार्टी पूरी तरह सकारात्मक है,किसानों को अपना आंदोलन आगे जारी नहीं रखना चाहिए। शुक्ला ने कहा कि सरकार ने किसानों की अधिकांश मांगो को मान लिया है,केवल कुछ में कानून बाध्यता आड़े आ रही है,जिसपर भी समाधान निकाला जा रहा है।
सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि नवा रायपुर किसान आंदोलन के नेताओं को समझना चाहिए कि प्रदेश के बाहर जाकर राजनीती करना सही नहीं है,जहां तक किसानों की मांग का सवाल है,इसपर सरकार ने पूरी ईमानदारी से प्रयास किया है, जिसे नया रायपुर के 80 फीसदी किसान समझ रहे हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता का बयान आपत्तिजनक:युधिष्ठिर चंद्राकर
किसानो की टिकैत से मुलाकात और कांग्रेस पार्टी की तरफ से जारी बयान पर छत्तीसगढ़ भाजपा किसान मोर्चा के महामंत्री युधिष्ठिर चंद्राकर ने प्रतिक्रिया देते कहा कि कांग्रेस का यह कहना आपत्तिजनक है कि नया रायपुर के किसान प्रदेश के बाहर जाकर राजनीति कर रहे हैं। सरकार बनने पर किसानों की मांगो को पूरा किये जाने का वादा कांग्रेस ने ही किया था,किसान उसे याद दिला रहे है।
चंद्राकर ने कहा कि किसानों पर राजनीति करने का आरोप लगाने वाले कांग्रेस प्रवक्ता को लेना चाहिए कि उनकी पार्टी खुद किसानों के नाम पर राजनीति कर रही है।युधिष्ठिर चंद्राकर ने कहा कि कांग्रेस को यह बताना चाहिए कि अगर 80 फीसदी किसान भूपेश बघेल सरकार के कथित प्रयासों को समझ रहे हैं ,तो राहुल गांधी से मिलने के लिए पुलिस की लाठी खाने वाले हज़ारों किसान कौन थे? भाजपा नेता ने आगे कहा कि कल तक दिल्ली में केंद्र के कृषि कानून के खिलाफ धरने में बैठे राकेश टिकैत कांग्रेस को अपने लग रहे थे,जब वह छत्तीसगढ़ के किसानों का साथ देने की बात कर रहे हैं तो पराये क्यों लगने लगे हैं।