सूरजपुर-मोहिबुल हसन…… जिले में राष्ट्रीय नवजात शिशु सप्ताह का आयोजन 15 से 25 नवम्बर 2021 तक आयोजित किया जाना है। उक्त अभियान का थीम सुरक्षा, गुणवत्ता और पालन-पोषण देखभाल प्रत्येक नवजात शिशु का जन्म अधिकार अभियान का शुभारंभ 16 नवम्बर 2021 को प्रभारी कलेक्टर राहुल देव ने किया व साथ ही मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी आर.एस. सिंह, सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डॉ शशि तिर्की तथा जिला शिशु स्वास्थ्य नोडल डॉ. अजय मरकाम उपस्थित रहे । थीम से हमें प्रत्येक नवजात शिशु तक गुणवक्ता के साथ स्वास्थ्य सेवायें घर-घर तक पहुंचाने की याद दिलाता है। प्रत्येक स्वास्थ्य सेवा प्रदाता, स्वास्थ्य केन्द्रों, समुदाय घर इत्यादि पर गुणवत्ता पूर्ण तथा विकास को बढ़ावा देने वाली सहयोगी स्वास्थ्य के माध्यम से प्रत्येक नवजात तक पहुंच बढ़ाने हेतु चुुनी गई है। राष्ट्रीय नवजात शिशु सप्ताह का 2021 का मुख्य उद्देश्य लोगों में नवजात शिशुओं के उत्तरजीविता एवं विकास की आवश्यकता के संबंध में जन जागरूकता लाना एवं संस्थागत व समुदाय आधारित नवजात शिशुओं की देखभाल के लिए प्रतिबद्धता को सुनिश्चित करना है।
प्रभारी कलेक्टर ने नर्सिंग स्टूडेन्टस को सम्बोधित करते हुए बताया कि डॉ. सिंह और सिविल सर्जन ने बच्चों को निमोनिया होने पर किस प्रकार सावधानी बरतना है, नवजात बच्चों एवं एक वर्ष से कम उम्र के बच्चों को किस प्रकार से ठण्ड से बचाना है उसकी विस्तृत जानकारी दी। सभी नर्सिंग स्टाफ को अपने स्वभाव में मित्रतापूर्ण व्यवहार अपनाकर मरीज से सतत रूप से जुड़कर उसके मन में प्रसन्नता लाते हुए उनका ईलाज करें। उसको ऐसा महसूस कराये कि वह आपके घर सदस्य के रूप मंे हैं। ऐसा सेवा भाव से कार्य करें। जब मरीज भर्ती होता है, उसका जब आप निरन्तर देखभाल करते है। तो उनसे एक अलग जुड़ाव होता है। आप सब अपने काम के प्रति ईमानदार रहकर कार्य करें। पैसे के लिए कभी भी खुद की तुलना किसी और से न करें।
माता के गर्भवती होते ही शिशुओं की देखभाल प्रारम्भ हो जाना चाहिए। गर्भवती माता का खानपान अच्छा हो। माता का समय से पंजीयन हो जाये। अधिक से अधिक संस्थागत प्रसव हो बढ़ावा देने की आवश्यकता है। कलेक्टर जब से यहां आये है लगातार स्वास्थ्य सेवाओं पर विस्तार के लिए काम हो रहा है। आयुष्मान कार्ड से गरीब तबके के लोगों का ईलाज किया जाता है। इस योजना का लाभ गरीब लोगों को दिलाने के लिए भी आप सबको कार्य करने की आवश्यकता है। स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे मंे लोगों को जागरूक करें।
प्रभारी कलेक्टर ने इस दौरान शिशु वार्ड का भ्रमण कर बच्चों को मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लिया एवं बच्चों के परिजनों से बात कर उनकी समस्याओं से अवगत हुए।