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पीएमश्री सेजेस बतरा में मनाया गया सुशासन दिवस

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महेश कुमार ठाकुर(irn.24…)


सूरजपुर/बतरा/irn.24… भारत में प्रत्येक वर्ष 25 दिसंबर को सुशासन दिवस मनाया जाता है। यह दिन पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर मनाया जाता है और शासन में जवाबदेही, पारदर्शिता तथा जन-केंद्रित प्रशासन के मूल्यों को रेखांकित करता है। सुशासन दिवस का उद्देश्य ऐसी प्रशासनिक व्यवस्था को बढ़ावा देना है, जो सीधे नागरिकों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाए।

इसी तारतम्य में
सूरजपुर जिला के कलेक्टर एस जयवर्धन के संरक्षण,जिला शिक्षा अधिकारी अजय कुमार मिश्रा के मार्गदर्शन ,जिला मिशन समन्वयक मनोज कुमार साहू व सहायक संचालक रवींद्र सिंह देव के निर्देशन में
तथा संकुल प्राचार्या के.मिनी. प्रसन्ना के नेतृत्व में भैयाथान विकासखंड स्थित संकुल केंद्र बतरा में सुशासन दिवस मनाया गया ।

कार्यक्रम का शुभारंभ अटल बिहारी वाजपेयी के छायाचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया। इस अवसर पर उपस्थित वक्ताओं ने वाजपेयी के जीवन, व्यक्तित्व और राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान पर विस्तृत विचार प्रस्तुत किए। वक्ताओं ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी ने अपने कार्यकाल में सुशासन, विकास और लोकतांत्रिक मूल्यों को नई दिशा प्रदान की।
इस अवसर पर स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी बतरा के प्राचार्य गोवर्धन सिंह ने कहा कि
सुशासन दिवस का मुख्य उद्देश्य नागरिकों को सरकार की जिम्मेदारियों के बारे में शिक्षित करना और पारदर्शी, जवाबदेह प्रशासन को बढ़ावा देना है, पोखरण परमाणु परीक्षण, स्वर्णिम चतुर्भुज सड़क योजना, सर्व शिक्षा अभियान और ग्रामीण विकास योजनाओं को लेकर अटल बिहारी वाजपेयी ने अपने कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण सुधार किए, वाजपेयी सरकार ने आर्थिक सुधारों को गति दी और भारत को वैश्विक पटल पर मजबूत बनाया।

तत्पश्चात संकुल प्राचार्या द्वारा सुशासन शपथ कराया गया ।
इस कार्यक्रम में पीएमश्री स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय बतरा और शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बतरा तथा संकुल केंद्र बतरा के विभिन्न स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा भाषण, कविता एवं निबंध व पोस्टर का प्रदर्शन किया गया ।
कार्यक्रम को सफल बनाने में संकुल प्राचार्य के.मिनी. प्रसन्ना सहित पी एम श्री सेजेस बतरा के प्राचार्य गोवर्धन सिंह, प्राथमिक शाला खुरसिया पारा के प्रधान पाठक कन्हैया मिश्रा व अन्य शिक्षकों का महत्पूर्ण योगदान रहा ।

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