एस.एम .पटेल
बलरामपुर
कलेक्टर कुन्दन कुमार के मार्गदर्शन में जिले के विभिन्न पण्डो/पहाड़ी कोरवा विशेष पिछड़ी जनजाति परिवारों के मूलभूत आवश्यकताओं/समस्याओं के पहचान एवं निराकरण के उद्देश्य से निरंतर समाधान शिविर एवं पण्डो परिवारों का सर्वे कार्य किया जा रहा है। इसी क्रम में 07 अक्टूबर को मनरेगा के प्रावधानों एवं मिलने वाले लाभों की जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से वाड्रफनगर के पण्डो बाहुल्य ग्रामों में रोजगार दिवस का आयोजन किया गया। आयोजन के दौरान उपस्थित ग्रामीणों/श्रमिको को मनरेगा अंतर्गत रोजगार प्राप्त करने, हितग्राही मूलक कार्यों जैसे भूमि सुधार, डबरी निर्माण, कूप एवं पशु शेड का लाभ प्राप्त करने के संबंध में बताया गया। साथ ही मनरेगा अंतर्गत अधिक से अधिक कार्य की मांग करने एवं स्थानीय स्तर पर ही रोजगार प्राप्त करने की भी जानकारी दी गई। रोजगार दिवस का आयोजन पण्डो बाहुल्य ग्रामों के अतिरिक्त अन्य ग्राम में भी किया गया। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के माध्यम से पंजीकृत परिवारों को श्रममूलक कार्य में नियोजित कर रोजगार प्रदान किया जा रहा है। जिले में पंजीकृत श्रमिकों को मनरेगा के तहत 150 दिन का निश्चित रोजगार प्रदान किया जाना है। वर्तमान वित्तीय वर्ष में मजदूरी की राशि बढ़ाकर 193 रूपए निर्धारित की गई है। रोजगार दिवस मनाकर श्रमिकों को मनरेगा तथा शासन के अन्य महत्वाकांक्षी योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई कार्यस्थल पर मनरेगा के मैदानी अमलों द्वारा शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरूवा, घुरूवा व बाड़ी के विकास में सहभागिता, गोधन न्याय योजना से पशुपालकों को हो रहे लाभ, महिलाओं के कानूनी अधिकारों, मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान, कोरोना से बचाव हेतु जरूरी उपाय, मास्क पहनने तथा आयुष्मान भारत योजनांतर्गत कार्ड बनवाने संबंधित विभिन्न योजनाओं के बारे में भी बताया गया। रोजगार दिवस के आयोजन से लोगों में जागरूकता बढ़ी है तथा लोग रोजगार में नियोजित होकर आमदनी प्राप्त करने में अपनी रूचि दिखा रहे हैं