अपने बयानों की वजह से सुर्खियां बटोरने वाले मुजफ्फरपुर के भाजपा सांसद अजय निषाद ने पीएम नरेंद्र मोदी के उत्तराधिकारी की घोषणा कर दी है। उन्होंने वर्तमान में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को भावी पीएम बताया है।
मुजफ्फरपुर| भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष और मुजफ्फरपुर से सांसद अजय निषाद अक्सर अपने बयानों की वजह से न्यूज हेडलाइंस में बने रहते हैं। पीएम नरेंद्र मोदी के उत्तराधिकारी को लेकर दिया उनका एक बयान इन दिनों तेजी से इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें उन्होंने वर्तमान में उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ को देश का भावी पीएम बताया है। यह बात उन्होंने सीएम नीतीश कुमार के मंत्री और विकासशील इंसान पार्टी सुप्रीमो मुकेश सहनी के यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में उतरने की घोषणा के संदर्भ में कही है। हालांकि योगी ीके पीएम होने वाली बात अधिक शेयर की जा रही है।
सीएम योगी के पास व्यापक जनाधार
तब्लिगी जमात, मदरसों में आतंकवाद, खुले नमाज समेत अनेक मुद्दों पर खुलकर अपनी बातों को रखने वाले मुजफ्फरपुर के सांसद अजय निषाद देश के भावी प्रधानमंत्री को लेकर दिए अपने बयान की वजह से चर्चा में आ गए हैं। यूपी विधानसभा चुनाव 2022 और मंत्री मुकेश सहनी के संदर्भ में गए पूछे एक सवाल के जवाब में उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को देश का भावी प्रधानमंत्री बताया। कहा, सीएम योगी के पास व्यापक जनाधार है। वे भाजपा के चमकते सितारे हैं। वे अगले प्रधानमंत्री हो सकते हैं। बातचीत का केवल यह हिस्सा इंटरनेट मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। हालांकि उनके इस बयान को भाजपा किस रूप में लेगी, अभी यह कहना मुश्किल है।
निषाद समाज भारतीय जनता पार्टी के साथ
बिहार के पशुपालन मंत्री मुकेश सहनी की पार्टी वीआइपी के यूपी चुनाव में योगी सरकार को चुनौती देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह उनका घातक जिद है। यदि वे योगी जिंदाबाद नहीं कहते हैं तो उनका विनाश तय है। चुनाव लड़ने की जिद पर इसी तरह से आमाद रहे तो राजनीतिक करियर समाप्त हो जाएगा। फिर कोई पूछने वाला नहीं होगा। उन्होंने दावा किया कि उत्तर प्रदेश का निषाद समाज भारतीय जनता पार्टी के साथ है। हाल में संपन्न गृह मंत्री अमित शाह की रैली के दौरान निषाद समाज की भागीदारी उत्साहजनक थी।
मुकेश सहनी की मंशा पर सवाल
अजय निषाद ने मंत्री मुकेश सहनी की मंशा पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के दौरान एनडीए का हिस्सा बनने पर भाजपा ने अपने कोटे की 11 सीटें उनको दीं। इसमें से उन्होंने एक भी अपने समाज के नेता को नहीं दी। इस बात से ही सहज रूप से अंदाजा लगाया जा सकता है कि वे इस समाज के लिए क्या कुछ करना चाह रहे हैं। अब आरक्षण का रोना रो रहे हैं। ये व्यवसायी हैं और राजनीति में भी व्यवसाय करने आए हैं। बाकी सब ढोंग है।