छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षाबलों का ऑपरेशन जारी है। इसी क्रम में शुक्रवार को एक बड़ी कामयाबी मिली, जहां ईमानी नक्सली रामसू को ढेर किया गया। उसकी बॉडी को जंगल से बरामद कर लिया गया है। साथ ही 7.62 mm पिस्टल और 5 किलो IED भी रिकवर हुई। इस मुठभेड़ में कई नक्सलियों के घायल होने की खबर है, लेकिन वो जंगल का सहारा लेकर भाग गए।
दरअसल इंद्रावती नदी के पार नक्सल प्रभावित इलाके कौरगांव में कई नक्सलियों के इकट्ठा होने की खबर मिली थी। इस पर सुरक्षाबलों ने बड़े पैमाने पर ऑपरेशन शुरू किया। जैसे ही नक्सलियों ने सुरक्षाबलों को देखा, वैसे ही उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। जिस पर जवानों ने भी जवाबी फायरिंग की। जिसमें प्लाटून नंबर 16 का नक्सली रामसू मारा गया। उस पर 5 लाख का इनाम सरकार ने रखा था। वो खूंखार नक्सली कमांडर मल्लेस का गार्ड था। गांव में चल रही बैठक में नक्सली मल्लेस, अजय भी थे, लेकिन अभी तक उनकी खबर नहीं मिल पाई है।
दंतेवाड़ा एसपी डॉ अभिषेक पल्लव के मुताबिक करीब 30 मिनट तक दोनों ओर से फायरिंग जारी रही। खुद को कमजोर पड़ता देख आतंकी जंगल की ओर भाग निकले। साथ ही वो घायल नक्सलियों को भी साथ ले गए। जब जवान मौके पर पहुंचे, तो उन्हें सिर्फ रामसू का शव और कुछ हथियार ही बरामद हुए। फिलहाल इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है।
14 नक्सलियों ने किया था समर्पण
वहीं 5 दिन पहले दंतेवाड़ा जिले में ही 14 नक्सलियों ने समर्पण किया था। उस दौरान एसपी पल्लव ने बताया था कि सरेंडर करने वाले नक्सली खोखली माओवादी विचारधारा से निराश हो चुके थे। साथ ही एक नक्सली पर एक लाख का इनाम था, वो 2017 में सीआरपीएफ पर हुए हमले में शामिल था। उस हमले में 25 जवान शहीद हुए थे।