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डीएफओ पर रेंजर ने लगाए कई गंभीर आरोप, मुर्गा मटन यहां तक मालिश कराने के पैसे भी दिए

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(डॉ प्रताप नारायण सिंह)
मुंगेली। पद का इतना दुरुपयोग शायद आपने नहीं सुना होगा अपने अधीनस्थ वन अधिकारी जो सीनियर सिटीजन अंतर्गत आता है और इसी महीने सेवानिवृत्त होने वाला है कहीं ना कहीं अपने पद का दुरुपयोग करते हुए उच्चाधिकारी की ऐसी हरकत बेहद शर्मनाक है, गौरतलब है कि जिले की डिविजनल फॉरेस्ट ऑफीसर शमा फारूकी पर एक बुजुर्ग रेंजर ने गंभीर आरोप लगाए हैं। रेंजर का आरोप है कि मैडम ने मटन मंगाया, मुर्गा मंगाया, किराना समान मांगता सबके पैसे मैने दिए। वहां तक की मालिश करवाई उसका पैसा भी मैने दिया। अब पैसा मांगों तो गली देती है। रेंजर ने डीएफओ के खिलाफ थाने में लिखित शिकायत करते हुए FIR दर्ज करने की मांग की है, भा. व. से. शमा फारूकी मुंगेली वन मंडल में पदस्थ हैं। इसी रेंज में रेंजर फेकुराम लास्कर भी पोस्टेड है। रेंजर ने मामले की पुलिस में शिकायत करते हुए कहा है कि यह सब कुछ पिछले 5 महीने से चल रहा है। अफसर ने मुझसे मुर्गा, मटन, घर का सामान, बच्चों के लिए खिलौने तक मंगवा लिए। इन सब का पैसा 90 हजार रुपए हुआ है। डीएफओ के कहने पर ही मैंने एक महिला जिसका नाम चंद्रकुमारी पात्रे है, उसे बुलाया था। उसने मैडम की मालिश की। मालिश के 12 हजार रुपए हुए हैं। ये पैसे भी मैंने ही दिए, कुल मिलाकर मैंने 1 लाख 2 हजार रुपए का भुगतान किया। फिर जब मैंने अधिकारी से पैसे मांगे तो मुझे गाली देने लगी।
रेंजर ने बताया है कि मुझे नौकरी से निकलवाने की धमकी देती हैं। कहती है कि वन मंत्री और अधिकारी से बोलकर तुम्हें सस्पेंड करवा दूंगी। कुछ दिन में ही रिटायर होने वाले हो, ठीक से रिटायर नहीं होना चाहते क्या। तुम इतना नहीं कर सकते एक रेंजर होकर। आरोप है कि डीएफओ ने रेंजर को किसी मामले में फंसा देने की भी धमकी दी है। इसके लिए उसने कुछ दस्तावेज भी तैयार कर लिए हैं।
रेंजर ने शिकायत करते हुए बताया कि मेरी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। मुझे लगा था पैसे मिल जाएंगे, इसलिए सब सामान लाकर देता रहा। 30 जून को मैं रिटायर हो जाऊंगा, लेकिन डीएफओ मुझे प्रताड़ित कर रही है। मेरे पैसे नहीं दे रहीं, मुझे लकवा मार चुका है, परेशान हूं, बार-बार निवेदन करने पर भी मुझे गाली देती है। रेंजर ने पूरे मामले को लेकर कार्रवाई की मांग की है। पुलिस के अलावा उसने अपने सीनियर अधिकारियों और वन मंत्री मोहम्मद अकबर को पत्र लिखकर शिकायत की है।

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