सूरजपुर। बीते साल 24 नवंबर को ट्रक चालक बसंत कुमार निवासी सतपता अपने ट्रक वाहन को लेकर धान लोड करने रामनगर धान संग्रहण केंद्र के पास मेन रोड में खड़ी किया था और केबिन में सो रहा था रात करीब 11 बजे इसके ट्रक में कुछ आवाज आया तो नींद खुलने पर देखा कि इसके गाड़ी का डीजल 5-6 व्यक्ति निकाल रहे हैं नजदीक में दो नग सफेद कलर का बोलेरो वाहन खड़े थे यह उनका विरोध किया तो उनके द्वारा इसे मारपीट किए और जेब में रखे 32 सौ रुपए, लॉकेट व घड़ी को लूट लिए, उसी दौरान थाना बिश्रामपुर की पुलिस पेट्रोलिंग गाड़ी रास्ते से गुजर रही थी जिसे देखकर उक्त व्यक्ति ट्रक से निकाले डीजल को लेकर भागने लगे, पुलिस पार्टी द्वारा उनका पीछा किया गया जो रेलवे क्रॉसिंग के पास नर्सरी में दोनों सफेद रंग के बोलेरो वाहन को छोड़कर आरोपी भाग निकले। पुलिस द्वारा दोनों बोलेरो वाहन एवं डीजल को चोरी करने के सामान को मौके पर से जप्त किया गया तथा प्रार्थी के रिपोर्ट पर थाना बिश्रामपुर में अपराध क्रमांक 240/21 धारा 395, 294, 506, 323 भादसं व 25, 27 आर्म्स एक्ट के तहत अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध मामला पंजीबद्व किया। विवेचना दौरान घटना में प्रयुक्त जप्तशुदा वाहन के पंजीयन एवं मुखबीर की सूचना पर प्रकरण में पांच आरोपियों को पूर्व में ही गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस महानिरीक्षक, सरगुजा रेंज सरगुजा रामगोपाल गर्ग ने पुराने लंबित मामलों का निराकरण अभियान चलाकर करने तथा फरार आरोपियों की पतासाजी कर दबिश देकर गिरफ्तार करने के निर्देश दिए थे। पुलिस अधीक्षक सूरजपुर रामकृष्ण साहू ने भी थाना प्रभारी को आरोपी की जानकारी हासिल करते हुए जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिए थे। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मधुलिका सिंह व एसडीओपी सूरजपुर प्रकाश सोनी के मार्गदर्शन में थाना विश्रामपुर की पुलिस आरोपी की पतासाजी में लगी थी इसी बीच नई तकनीक व मुखबीर से अहम जानकारी हाथ लगी जिसके बाद पुलिस टीम ने आरोपी अनिरूद्ध लोनी उर्फ लाला भईया पिता बिहारी लाल लोनी उम्र 26 वर्ष को उसके सकुनत ग्राम सीलपुर, थाना कोतमा, जिला अनुपपुर मध्यप्रदेश में दबिश देकर पकड़ा। पूछताछ पर आरोपी ने अपने साथियों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया जिसे विधिवत गिरफ्तार किया गया। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी विश्रामपुर के.डी.बनर्जी, प्रधान रामनिवास तिवारी, इन्द्रजीत सिंह, अविनाश सिंह, विकास सिंह, आरक्षक उमेश राजवाड़े, मुकेश साहू, प्यारे राजवाड़े, मनोज शर्मा व योगेश्वर पैंकरा सक्रिय रहे।