बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के तीन जिलों रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर में फिर से क्राइम ब्रांच के गठन के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए थे. जिसके बाद रायपुर पुलिस द्वारा क्राइम ब्रांच का गठन किया गया. वहीं आज बिलासपुर पुलिस द्वारा भी क्राइम ब्रांच गठ कर निरीक्षक को पदस्थ किया है. इसका नाम एंटी क्राइम एंड साइबर क्राइम (एसीसीयू) होगा. इस संबंध में गृह विभाग ने शुक्रवार को इसकी अनुमति जारी कर दी थीं.
पुलिस अफसरों के मुताबिक थानों में स्टाफ पर कई तरह के मामलों की विवेचना की जिम्मेदारी रहती है. मौजूदा व्यवस्था में थाने अपनी सीमा में ही कार्यवाही करते हैं, जबकि क्राइम ब्रांच के पास पूरे जिले में कार्यवाही करने का अधिकार होता है. उसका नेटवर्क भी पूरे जिले में रहता है, ऐसे में अपराधों के नियंत्रण में क्राइम ब्रांच ज्यादा कारगर साबित हो सकता है.
छत्तीसगढ़ में काम कर रहे क्राइम ब्रांच को कांग्रेस की सरकार आने के बाद साल 2018 में भंग कर दिया गया था. क्राइम ब्रांच पर आए दिन अवैध वसूली सहित कई अन्य तरह की शिकायतें लग रही थी. जिसके बाद क्राइम ब्रांच को भंग करने के आदेश तत्कालीन डीजीपी डीएम अवस्थी के द्वारा जारी किए गए थे.