रायपुर। कोरोना की संभावित तीसरी लहर से पहले छत्तीसगढ़ के गांवों से लेकर शहरों तक सरकारी अस्पतालों में इलाज की मज़बूत इंतजाम की तैयारी शुरु कर दी गई है। राज्य सरकार ने मुख्य सचिव अमिताभ जैन से अगले 15 दिनों के भीतर इस पर प्लान मांगा है। ताकि अनुपूरक बजट में शामिल कर काम जुलाई में शुरु किया जा सके।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि छत्तीसगढ़ के दूरदराज के इलाक़ों तक सर्वसुविधायुक्त उपचार व्यवस्था बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जायेगी। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान हुए अनुभवों को देखते हुए बघेल ने कहा है कि स्वास्थ्य अधोसंरचना को मजबूती देने का काम सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ किया जाना है, ताकि यदि तीसरी लहर की स्थिति बनती भी है तो उससे पूरी ताकत के साथ निपटा जा सके।
ये सुविधाएं देने की योजना है
इस योजना में जिला और ब्लाक स्तरीय अस्पतालों में ऑपरेशन रूम, लेबर रूम, लैबोरेटरी, आई.सी.यू. और वेन्टीलेटर की सुविधा, ब्लड बैंक, निःशुल्क दवा आदि सुविधाएं दी जाएंगी। इसके अलावा इन सभी अस्पतालों में 24 घंटे इलाज की सुविधा हो। साथ ही सभी में शिशु रोग, स्त्री रोग, निश्चेतना, पैथॉलाजी, मेडिसीन एवं सर्जरी के पोस्ट ग्रेजुएट चिकित्सक उपलब्ध कराए जाएंगे।