छत्तीसगढ़ में भी किसान आंदोलन जोरों पर, नवा रायपुर में गणतंत्र दिवस के दिन ट्रैक्टर रैली निकाली किसान
रायपुर। छत्तीसगढ़ का नवा रायपुर किसान आंदोलन दिनों-दिन तेज होता जा रहा है। किसान सरकार के साथ वार्ता के लिए तैयार हैं , लेकिन वह वार्ता के लिए तय किये गए समय पर जानकारी और वार्ता आमंत्रण लिखित में चाहते हैं।इस बीच किसानों ने तय किया है कि गणतंत्र दिवस के दिन वह नवा रायपुर अटल नगर में ट्रैक्टर रैली निकलेंगे।
गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर रैली निकालेंगे किसान
नई राजधानी प्रभावित किसान कल्याण समिति की तरफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति में यह बताया गया है कि आगामी 26 जनवरी कोआंदोलन स्थल पर किसान मंच के माध्यम से तिरंगा झण्डा फहराया जायेगा । मंच में स्कूली बच्चों की तरफ से रंगारंग कार्यक्रम की प्रस्तुति भी होगी। किसान कल्याण समिति ने बताया कि 26 जनवरी को नवा रायपुर प्रभावित किसानों की तरफ से नवा रायपुर में ‘ ट्रेक्टर रैली ‘ निकाली जाएगी ,जिसके रूट की सूचना शासन प्रशासन को पहले ही दे दी जाएगी।
मिल रहा है लगातार समर्थन
किसान आन्दोलन को नई लगातार विभिन्न सामाजिक और किसान संगठनो का समर्थन मिल रहा है। किसान नेता रूपन चन्द्राकर ने बताया कि आंदोलन को छत्तीसगढ़ सयुक्त किसान मोर्चा, छत्तीसगढ़ अभिकर्ता एवं निवेशक कल्याण, छत्तीसगढ़ क्रांति सेना , नवा रायपुर सरपंच संघ, नवा रायपुर झाडू पोछा माली संघ, किसान व मजदूर संघ, नवा रायपुर आटो यूनियन संघ, प्रदेश सरपंच संघ, नवा रायपुर स्व सहायता महिला समूह, पूर्व जनप्रतिनिधि , स्कूली छात्राओं का सहयोग और समर्थन मिल चुका है।
सरकार के साथ हर संवाद लिखित में चाहते हैं किसान
हाल ही में 20 जनवरी को किसानों और भूपेश सरकार के बीच बैठक तय की गई थी, लेकिन किसान आंदोलन का कोई भी प्रतिनिधि इस बैठक में नहीं पहुंचा था। किसान आंदोलन समिति की ओर से यह बात स्पष्ट की गई कि वह सरकार के साथ जल्द से जल्द वार्ता करना चाहते है ,लेकिन उन्हें वार्ता के लिए आमंत्रण लिखित में दिया जाए। इतना ही नही आंदोनकारी किसान राज्य सरकार के साथ हर संवाद लिखित में चाहते हैं। किसानों का कहना है कि पूर्व में भी छत्तीसगढ़ सरकार के मंत्रियों की तरफ से किसानों को वार्ता के लिए बुलाया जा चुका है,लेकिन मिलने जाने पर अपमान करते हुए उनसे आने का कारण पूछा जाता है,इसलिये अब किसान हर संवाद लिखित में चाहते है।
जोगी कांग्रेस ने किया किसान आंदोलन का समर्थन
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने नया रायपुर में 27 गांव के हजारों किसानों की तरफ से दिल्ली की तर्ज पर चल रहे किसान आंदोलन का समर्थन किया है। अमित जोगी ने एक बयान जारी करते हए कहा कि भाजपा-कांग्रेस दोनों राष्ट्रीय दल किसान विरोधी है, एक सांपनाथ है तो दूसरा नागनाथ है । दोनों के कथनी और करनी में अंतर है। 18 साल पहले जिन किसानो ने नई राजधानी के लिए अपनी जमीन दी । आज तक उन किसानों को उनका अधिकार नहीं मिला है। इस दौरान भाजपा के 15 साल और कांग्रेस के 3 साल बीत गए लेकिन किसान भाइयों को न्याय नहीं मिला।
क्या हैं किसानों की मांगे।
गौरतलब है की दिल्ली में हुए किसान आंदोलन की तर्ज पर छत्तीसगढ़ के नवा रायपुर अटल नगर में भी 42 गांव के किसानों ने आंदोलन छेड़ दिया है। करीब 5000 किसान छत्तीसगढ़ सरकार से नया रायपुर के निर्माण के लिए किसानों से ली गई जमीन का बचे हुए मुआवजे की मांग कर रहे हैं।
राज्य गठन के बाद 27 गांव की जमीन लेकर नवा रायपुर (नया रायपुर) इलाका विकसित किया गया था। किसान चाहते हैं कि किसानों को जमीन पर चार गुना मुआवजा दिया जाए, हर प्रभावित परिवार को 1200 वर्ग फीट की विकसित जमीन देने के साथ किसान परिवारों के एक बेरोजगार वयस्क को रोजगार दिया जाए। इन्हीं मांगों को लेकर 2018 के विधानसभा चुनाव से पहले भी एक बड़ा आंदोलन किया जा चुका है, जिसका समर्थन कांग्रेस ने किया था।अब किसान यह वादा याद दिला रहे हैं।