टी एस सिंहदेव के लिए शुभ संकेत, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पैरवी करने गए कांग्रेस विधायकों के हाथ लगी मायूसी!
नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ कांग्रेस में भी अस्थिरता का माहौल है। कांग्रेस में चल रहे गतिरोध को लेकर सिंह देव ने कहा कि पार्टी में खींचतान उतनी नहीं है, जितनी बताई जा रही है। प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों पर सिंह देव ने कहा कि मौजूदा हालात के मुताबिक आलाकमान फैसला लेंगे। अभी कोई नई स्थिति सामने नहीं आई है।
इसके पहले दिल्ली पहुंचे छत्तीसगढ़ के कांग्रेस विधायकों से पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने मुलाकात नहीं की थी। इसके बाद विधायकों ने राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात के लिए समय मांगा लेकिन उन्होंने किसी को समय नहीं दिया। ऐसे में मुख्यमंत्री को लेकर अपनी बात कहने पहुंचे इन विधायकों को मायूसी ही हाथ लगी थी।
वहीं, पिछले दिनों रायपुर के एक कार्यक्रम मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने साफ कहा था कि विधायकों के दिल्ली दौरे को राजनीतिक चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए। विधायकों के कहीं आने-जाने पर कोई रोक नहीं है। वे भी आपकी तरह कहीं आ जा सकते हैं।
ढाई-ढाई साल मुख्यमंत्री बनने को लेकर है गर्म है सियासी माहौल
बता दें कि सूबे में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के बीच सत्ता के बंटवारे को लेकर संघर्ष के कयास राजनीति के गलियारों में लगाए जा रहे हैं। पिछले दिनों सीएम भूपेश बघेल भी आलाकमान से मिलने दिल्ली आए थे। उस दौरान सूबे में ढाई-ढाई साल मुख्यमंत्री बनने की बात यह कहते हुए खारिज कर दी गई थी कि इस तरह की कभी कोई बात ही नहीं हुई है। इसके बाद भी पार्टी में सबकुछ ठीक नहीं दिख रहा है।