छत्तीसगढ़ में कौन नेतृत्व करेगा इसकी घोषणा करने का अधिकार सिर्फ शीर्ष नेतृत्व और खड़गे जी को है अन्य किसी को नहीं।
भटगांव/IRN.24… छत्तीसगढ़ में कौन नेतृत्व करेगा इसकी घोषणा करने का अधिकार सिर्फ शीर्ष नेतृत्व और खड़गे जी को है अन्य किसी को नहीं। महंत जी चुनाव प्रचार हेतु अंबिकापुर आए थे। सरगुजा के संदर्भ मे उन्होंने कहा की बाबा की अगुवाई में चुनाव लड़ा जाएगा ना कि नेतृत्व में। उक्त बातें आज भटगांव चुनाव प्रचार में आए छत्तीसगढ़ के पूर्व उपमुख्यमंत्री टी एस सिंह देव ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा। उन्होंने पत्रकारों से नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत के द्वारा नेतृत्व करने की बात के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि महंत जी ने कभी नहीं कहा कि अगला चुनाव टी एस बाबा के नेतृत्व में लड़ा जाएगा आप लोग मीडिया क्लिप देखिए उन्होंने सरगुजा के संदर्भ में अगवाई की बात कही थी। कुछ बातें ऐसी हो जाती जिसे मीडिया में जाने से न रोक पाते है और न ही सही दिखा सकते हैं। उन्होंने कहीं भी नेतृत्व शब्द का इस्तेमाल नहीं किया उन्होंने सिर्फ साझा लीडरशिप की बात की तथा सरगुजा और बस्तर दोनों के संदर्भ में उन्होंने कहा था। नेतृत्व पर निर्णय लेने का अधिकार सिर्फ शीर्ष नेतृत्व को है। महंत जी सीनियर नेता है, सरगुजा आए थे मुझे अपना बड़ा भाई मानते हुए उन्होंने सम्मान में यह बात कह दी थी की सरगुजा में बाबा के अगुवाई में चुनाव लड़ा जाएगा इसको गलत ना लिया जाए। पत्रकार से बात करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करके तथा प्रलोभन देकर के वोट लेने का प्रयास कर रही है। मेरे हाथ मे एक आवास योजना का फार्म है जो उनके द्वारा भरवाया जा रहा है और लोगों को भ्रमित किया जा रहा है नगर पंचायत भटगांव मे जमीन एस ई सी एल की है। उसका पट्टा कैसे दे सकते हैं तथा उस पर सरकारी आवास नहीं बनवा सकते है। मैंने आज तक ना देखा है ना सुना है कि एसईसीएल का पट्टा भी मिल सकता है किसी को। ये यही लोग हैं जो पहले घोषणा किए थे कि 3100 रूपये में धान खरीदेंगे लेकिन खरीद रहे हैं 2330 रूपये मे बाकी पैसा किस के खाते में अभी तक नहीं आया है। यह पब्लिक को धोखा देते हैं पब्लिक इन्हें पहचान चुकी है। उन्होंने घोषणा पत्र के संबंध में कहां की कांग्रेस का घोषणा पत्र सभी वर्ग के लोगों को देखकर बनाया गया है जिसमें की महिलाओं,बेरोजगार युवाओं,पढ़ने वाले बच्चों छोटे व्यापारियों को ध्यान में रख करके बनाया गया है। उनके साथ छत्तीसगढ़ सह प्रभारी जारिता लेजफलांग, पूर्व मंत्री डॉ प्रेमसाय सिंह, पूर्व संसदीय सचिव पारसनाथ राजवाड़े भी मौजूद थे।