बिलासपुर: एक कांग्रेसी नेता जो अपनी पत्नी के साथ स्कूटी पर कही जा रहे थे रॉंग साइड में चलते हुए एक आरक्षक को धक्का मारते-मारते बचे। इसपर आरक्षक से उनकी बहस हो गई। बहस के चार दिन बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर उनपर FIR दर्ज कर लिया और गिरफ्तार कर थाने ले आई। इसके बाद विधायक और उनके समर्थकों ने थाने में शनिवार के देर रात हंगामा कर दिया।
दरअसल चार दिन पहले बिलासपुर के कांग्रेस नेता मोतीलाल थरवानी का रॉंग साइड गाड़ी चलाने को लेकर बहसबाजी हो गई। पुलिस के अनुसार मोतीलाल ने वहां तैनात तारबाहर थाने के आरक्षक का कॉलर पकड़ लिया था। दोनों तरफ से गाली गलौज भी हुई थी। लेकिन चार दिन बाद मोतीलाल को पुलिस नागपुर से गिरफ्तार करके ले आई। इसकी जानकारी मिलने के बाद बिलासपुर विधायक शैलेष पांडेय समर्थकों के साथ थाने पहुंचे और हंगामा शुरू हो गया।
विधायक मोतीलाल की तुरंत रिहाई की मांग कर रहे थे। बाद में पुलिस की समझाइश के बाद विधायक माने और हाई वोल्टेज ड्रामा खत्म हुआ। इससे पहले जब इस थाने का उद्घाटन हो रहा था उस समय विधायक ने गृह मंत्री के सामने कहा था कि थाना बन गया है अब रेट लिस्ट भी लगा दो। यह बात भी उन दिनों का फि सुर्खियों में था।
विधायक शैलेष पांडे ने इसके बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि हम यहां पुलिस से पूछने आए कि मोतीलाल को पुलिसकर्मी ने भी गाली दी है तो उस पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई। मोतीलाल के भाई ने भी कॉन्स्टेबल के खिलाफ शिकायत दी थी, मगर उसकी FIR दर्ज नहीं की गई। उसे जांच के नाम पर डराया गया। ठीक है उसके मुंह से गाली निकली मैं इसके लिए पुलिस विभाग से माफी मांगता हूं, हमारा शहर बिलासपुर शांति प्रिय है इसका माहौल खराब किया जा रहा है।