देश में भर ईद के मौके पर जश्न का माहौल है। प्रेम और भाई चारे का पर्व ईद बड़े ही उल्लास के साथ मनाया जा रहा है, लेकिन इस उल्लास के बीच मुस्लिम समाज के लोगों का एक अनोखा विरोध भी देखने मिल रहा है। देश के कई मुस्लिम समाज प्रमुखों ने मुसलमानों से अपील की थी कि वह ईद की नमाज पढ़ने जाये तब काली पट्टी बांधकर केन्द्र सरकार के मुस्लिम विरोधी तौर-तरीकों को लेकर उसके विरुद्ध संवैधानिक तरीके से अपने विरोध का इजहार करें।छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में भी ऐसा ही नजारा देखने को मिला
,जहां सुबह से मस्जिदों में नमाज अदा करने लोगो ने काली पट्टी बांधकर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार और मध्यप्रदेश शिवराज सरकार समेत भाजपा सरकारों की रीतीनीति पर अपना विरोध दर्ज कराया।रायपुर के मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र संजय नगर में स्थित मस्जिद में बड़ी संख्या में लोग नमाज अदा करने पहुचें,इस दौरान नामजियों ने काली पट्टी बांधकर एक दूसरे को ईद की मुबारकबाद दी। मोहम्मद असलम ने कहा कि जिस प्रकार से बीते दिनों बुलडोजर से लोगों के घर तोड़े गए ,उसका विरोध करते हुए हम अपना त्यौहार मना रहे हैं। असलम ने बताया कि मुस्लिम समाज के लोग बाजू में काली पट्टी बांधने के साथ बच्चों को काली कलम भी बांट रहे हैं। मुस्लिम समाज आर्थिक और समाजिक तौर पर काफी पिछड़ा हुआ है। हम चाहते है कि सभी वर्गों को एक सामान देखा जाये और उन्हें शिक्षा देकर तरक्की पाने में ममदद की जाये। सरकार को चाहिए कि एक आदमी की गलती की सजा सारे मुस्लिम समाज को नहीं दी जानी चाहिए ,क्योंकि एक घर बनाने में पूरी जिंदगी लग जाती है।
गौरतलब है कि देश के कई मुस्लिम समाज प्रमुखों ने ईद पर यह अपील जारी करते हुए कहा था कि भारत में मुसलमानों को परेशान किया जा रहा है। योगी सरकार और मोदी सरकार के खिलाफ विशेष नाराजगी जताते हुए उन्होंने कहा था कि लव जेहाद ,नमाज, या कुरान की आयतों को मुद्दा बनाया जा रहा है। करौली हिंसा, खरगोन हिंसा, जहांगीरपुर हिंसा के बाद देश में मस्जिदों में अजान और लाउडस्पीकर को लेकर विवाद चर्चाओं में है। जिसका विरोध आज देखा गया।