चार लाख पचास हजार का आगनबाड़ी भवन हैंड ओवर लेने से पहले ही बना खंडहर ,
मुकेश कुमार – ग्राम पंचायत कसकेला जहा भ्रष्टाचार का गढ़ बना हुआ है बात करे पिछले पंचवर्षीय की जहा रामप्रसाद पैकरा के कार्य काल मे भ्रस्टाचार तथा शासकीय राशि का हेरा फेरी जम के हुवा ,चाहे वह निर्माण कार्य हो ,या किसी भी शासकीय योजना का लाभ ग्रामीणों तक नई पहुच पाया ,आज हम बात कर रहे है कसकेला गुरुवार बाजार के पास बना आंगनबाड़ी भवन का जो इतना घटिया किस्म का मटेरियल का उपयोग किया गया है जो महिला बाल विकाश द्वारा हैड ओभर लेने से पहले ही खंडहर में तब्दील होने लगा ,भवन का खिड़की दरवाजा,लगते ही टूटते गया,यह भवन आज पषुओं के रहने योग्य तक नही है,यह भवन सन 2015 में ठेकेदार श्याम कंट्रक्शन के द्वारा कार्य प्रारंभ किया जिसमें सईद अनवर ,इंजीनियर के देख रेख में बना ,जो उस समय से ही अपनी स्थिति पे रो रहा है, आज भी यह आंगन भवन किराये की कच्ची मकान में संचालित हो रही है,जिस हिसाब से बच्चों की सुविधाएं मिलनी चाहिए वैसा मिल नई रहा है,
भवन को देखने से यह लगता है कि उक्त भवन कई साल पहले का बना है ।अगर शाशन प्रशाशन के अधिकारियों का हाथ इन भ्रष्ट ग्राम प्रतिनिधि के ऊपर हो तो क्या नई हो सकता ,क्योंकि ये अधिकारी अपने घर का पैसा थोड़ी न देंगे ,देगे तो आम आदमी से मिला टेक्स का तो इनको क्या फर्क पड़ेगा, पूर्व सरपंच रामप्रसाद पैकरा के शाशन काल मे जितना भी निर्माण कार्य हुवा है सब भ्रस्टाचार की भेंट चढ़ी हुई है,इन पर कोई भी अधिकारी कार्यवाही नई करते बस अधिकारी जांच के लिए आते भी है तो झोली भर के ही जाते हैं, इस लिए कोई भी अधिकारी कार्यवाही नई करते है। औऱ ऐसे जनप्रतिनिधियों का मनोबल बढ़ता जाता है आखिरकार कब तक आमजनता शासकीय योजनाओं से दूर होते रहेंगे ओर ऐसे भर्स्ट जनप्रतिनिधियों के शिकार बनते रहेंगे कब जिले के अधिकारी नींद से जागेंगे ओर ऐसे जनप्रतिनिधियों पर कार्यवाही करेगे