(एस.एम.पटेल)वाड्रफनगर:
बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत बसंतपुर में लाखों रुपए के भ्रष्टाचार का मामला का उजागर आरटीआई के तहत निकाले गए दस्तावेज को आधार बनाकर ग्रामीणों ने लगाया है ग्रामीणों ने अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी वाड्रफनगर को लिखित में ज्ञापन सौंपते हुए मांग रखी है कि भ्रष्ट सरपंच-सचिव रामवृक्ष जगते व जगदेव मरकाम को तत्काल पद से विमुक्त करते हुए भ्रष्टाचार की राशि वसूल करने की मांग रखी है ग्रामीणों ने बताया है कि गांव में बगैर नल खनन किए एवं गांव में कई कार्य सिर्फ कागजों में दर्शाकर ग्राम पंचायत के राशि का बंदरबांट किया गया है जिसका सूक्ष्मता से जांच उपरांत दोषी पाए जाने पर सरपंच-सचिव के विरुध्द कानूनी कार्रवाई हो,, ग्रामीणों ने एसडीएम वाड्रफनगर को आवेदन देकर 15 दिवस के अंदर जांच उपरांत कार्रवाई करने की मांग रखी है यदि 15 दिवस के अंदर भ्रष्ट सरपंच सचिव के विरुध्द कार्यवाही नहीं होती है उस स्थिति में बसंतपुर मुख्य मार्ग अंबिकापुर- बनारस पर चक्का जाम करेंगे जिसके लिए प्रशासन स्वयं जिम्मेदार होगा और चक्का जाम तब तक रहेगा जब तक भ्रष्ट सरपंच-सचिव के विरुद्ध कार्यवाही नहीं हो जाती है एवं शासन के द्वारा ग्राम पंचायत के हितग्राहियों के उनकी हक राशि उन्हें नहीं मिल जाती है ग्रामीणों ने बताया कि सरपंच-सचिव के द्वारा व्यक्तिगत शौचालय के नाम पर ₹4,95,000 की राशि का हेराफेरी की गई है जबकि गांव में व्यक्तिगत शौचालय नहीं बनाए गए हैं वही ग्राम पंचायत में सीताराम अग्रवाल के घर से लमोरी पारा बसंतपुर सीसी रोड निर्माण कार्य कराए जाने का जिक्र सूचना के अधिकार के तहत चाही गई जानकारी में तीन बार होना बताया गया है जबकि मौके पर मात्र एक बार ही यह सड़क बनाई गई है ऐसे में एक ही सड़क को बार-बार निर्माण कार्य दिखाते हुए लाखों रुपए की हेराफेरी पदस्थ सरपंच -सचिव के द्वारा की गई है जो छत्तीसगढ़ शासन के पंचायत राज अधिनियम की घोर उल्लंघन है ऐसे में सरपंच सचिवों को पद से हटाया जाना चाहिए वही इस कार्यवाही को लेकर बसंतपुर के ग्रामीण सीताराम अग्रवाल, रामहरी गुप्ता ,महेंद्र देवांगन, देवकृष्ण पांडे के साथ-साथ पंच व ग्रामीण उपस्थित होकर ज्ञापन दिए ।
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