कलेक्टर से फर्जी शिकायत कर अध्यक्ष एवं पार्षद, सीएमओ पर बना रहे है दबाव | अपने मद की राशि डकारने का जन प्रतिनिधियों ने अपनाया नायाब हथकंडा…
नगर पालिका बलरामपुर के निर्वाचित जनप्रतिनिधि सीएमओ पर लगा रहे है फर्जी भ्र्ष्टाचार करने का आरोप
अध्यक्ष एवं पार्षदो के द्वारा पार्षद मद और अध्यक्ष मद के राशि को कागजो में खाना पूर्ति कर पैसे निकालने दबाव बनाने की मनसा से किया जा रहा है नगर पालिका अधिकारी की फर्जी शिकायत
बलरामपुर: आपने भ्र्ष्टाचार की कहानी तो बहुत सुनी होगी पर बलरामपुर नगर पालिका में भृष्ट जन प्रतिनिधि इस हद तक गिर जाएंगे इसकी कल्पना आपने कभी नही की होगी |
आपको बता दे की अपने स्वार्थ सिद्ध नही होने पर एक ईमानदार एवं कार्य के प्रति निष्ठा रखने वाले अधिकारी के ऊपर फर्जी शिकायत का प्लानिग जन प्रतिनिधियों ने की, ताकि अधिकारी इनके भृष्ट मनसा अनुरूप कार्य करने विवस हो जाये |
बलरामपुर जिला मुख्यालय के नगर पालिका परिषद में पदस्थ ईमानदार एवं निष्ठावान अधिकारी तरुण एक्का के ऊपर बलरामपुर नगर पालिका के जन प्रतिनिधि अध्यक्ष एवं पार्षदो ने फर्जी एवं निराधार आरोप लगाते हुए लिखित ज्ञापन कलेक्टर बलरामपुर को सौपते हुए कार्यवाही का मांग किया है |
अपने लिखित शिकायत में अध्यक्ष पार्षदो ने आरोप लगाया कि सीएमओ के द्वारा प्लेसमेंट ठेकेदार को ठेका समाप्त होने के बावजूद लाभ दिया जा रहा है जबकि सच्चाई यह है कि कोविड 19 के वजह से नगर पालिका बलरामपुर के द्वारा माह अक्टूबर में नियमानुसार निविदा निकाल माह नवम्बर 2020 में प्लेसमेंट टेंडर 12 माह के लिए ठेकेदार को टेंडर एग्रीमेंट कर दिया गया है और ठेकेदार का एग्रीमेंट के अनुसार माह नवम्बर 2021 में ही ठेका अवधि समाप्त होगा बावजूद इसके झूठा एवं मन गढ़ंत शिकायत कर अध्यक्ष एवं पार्षदो ने दबाव बना नगर का कार्य बाधित किया है |अध्यक्ष पार्षदो ने प्लेसमेंट ठेकेदार एवं नगर पालिका अधिकारी को अपने परिवार के चहेते लोगो को प्लेसमेंट कर्मचारी बना नगर पालिका में रखने उनके नाम पर वेतन बगैर काम किये जारी करने का दबाव बनाया जाता रहा जिस मांग को प्लेसमेंट ठेकेदार एवं अधिकारी के द्वारा नही माने जाने पर भृष्ट जन प्रतिनिधि अपने पद का गलत उपयोग करते हए प्लेसमेंट ठेकेदार एवं अधिकारी का शिकायत लगातार करते आ रहे है जो गलत है |
विदित हो कि बलरामपुर नगर पालिका में पदस्थ ईमानदार एवं निष्ठावान मुख्य नगर पालिका अधिकारी के आजाने से बलरामपुर नगर पालिका में भ्र्ष्टाचार पर अचानक से लगाम लग गया है जिससे बौखलाए जन प्रतिनिधियों ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए निराधार आरोप लगा अधिकारी का शिकायत कर दबाव बना रहे है |
बलरामपुर नगर पालिका के अध्यक्ष एवं पार्षदो ने फर्जी आरोप लगाते हुए अधिकारी के ऊपर अपने मद के राशि निकालने और अपने जेब भर नही पाने पर दबाव बनाने का नयाब तरीका अपनाया है ताकि अधिकारी जन प्रतिनिधियों के डर से उनके मद के राशि कागजो में खाना पूर्ति कर उनके मनसा अनुरुप कार्य करने तयार हो जाये और उनको मोटी रकम मिल सके |
जबकि राज्य के भूपेश बघेल की सरकार ने नगरीय निकाय में अध्यक्ष एवं पार्षदो को नगर में मूल भुत सुविधा बहाल करने के उद्देश से पार्षद एवं अध्यक्ष मद प्रति वर्ष जारी करते है ताकि नगर में मूल भुत सुविधा बहाल करने में कोई कठिनाई न आ सके पर नगर के भृष्ट जन प्रतिनिधियो की गलत नीयतऔर नीति की वजह से ईमानदार अधिकारी को काम करने में शासन की योजना को नगर में बहाल करने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है |
जन प्रतिनिधि चाहते है कि उनके मद का राशि नगर पालिका अधिकारी कागजो में खाना पूर्ति कर निकाल कर पार्षद एवं अध्यक्ष को नगद राशि दते रहे और उनके भृष्ट नीति में शामिल हो जाये पर ऐसा नही हो पाने और भृष्ट जन प्रतिनिधियों का स्वार्थ सिद्ध नही हो पाने से जनप्रतिनिधि होने का गलत फायदा उठाते हए अधिकारी का शिकायत कर बदनाम किया जा रहा है इस तरह से नगर में विकास की कल्पना करना किस हद तक सही है इसे आप सहज ही अंदाज लगा सकते है |
नगर में मूल भूत सुविधा जैसे पानी, बिजली, सड़क , नाली तमाम कार्य पड़े हए है बावजूद नगर के पार्षद अध्यक्ष अपने मद के राशि उनकार्यो मे खर्च न करके जेम पोर्टल वाले से सेटिंग कर स्कूल में देने फर्नीचर , डस्टबिन, झूला, फिसलपट्टी जैसे कामो को करने नगरपालिका अधिकारी को अनुशंसा कर रहे है और क्रय नियम का पालन न करते हए वर्क आर्डर बना राशि निकालने अधिकारी पर दबाव बना कार्य करने मजबूर कर रहे है और अधिकारी द्वारा नियमानुसार निविदा काल कर क्रय नियम का पालन करते हए सामग्री क्रय करने की बात करने पर फर्जी शिकायत करते हए अधिकारी पर गलत करने दबाव बना रहे है जिसमे शासन प्रशासन को संज्ञान लेने की जरूरत है वरना नगर पालिका बलरामपुर में कोई भी ईमानदार अधिकारी आकर शासन की योजना का क्रियान्वयन सही ढंग से नही कर पाएंगे और इससे राज्य के भूपेश बघेल सरकार की विकास के विकास रूपी योजना धरि की धरि रह जायेगी |