सूरजपुर/IRN.24… कलेक्टर एस जयवर्धन ने आज जिला पंचायत सभाकक्ष में कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन एवं मत्स्य पालन विभाग की संयुक्त समीक्षा बैठक ली। कृषि विभाग के कार्यों की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने खरीफ फसल की तैयारियों की समीक्षा करते हुए बीज और खाद की उपलब्धता की जानकारी ली और किसानों को पर्याप्त बीज और खाद वितरण सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान केंद्र एवं राज्य शासन द्वारा किसानों के कल्याण के लिए संचालित प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, फसल बीमा योजना सहित अन्य महत्वाकांक्षी योजनाओं के जिले में प्रगति की जानकारी ली और योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के निर्देश दिए। इस अवसर पर उपसंचालक कृषि एवम पशुविभाग, सहायक संचालक मत्स्य एवम उद्यानिकी विभाग सहित इन विभागों के सभी अधिकारी एवम कर्मचारी उपस्थित रहे। बैठक में कलेक्टर ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, फसल बीमा योजना, मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना सहित कृषि विभाग की विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि इन योजनाओं का क्रियान्वयन प्रभावी और व्यापक रूप से किया जाए, ताकि अधिकतम किसानों को इनका लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि जिले में केवल धान पर निर्भरता कम करते हुए व्यवसायिक फसलों, दलहन-तिलहन को बढ़ावा दिया जाए। उन्होंने संबंधित विभागों को निर्देशित किया कि किसानों को इन वैकल्पिक फसलों की ओर प्रेरित करें और बाजार मांग के अनुसार उत्पादन सुनिश्चित कराएं, जिससे किसानों को बेहतर मूल्य मिल सके। उन्होंने कोदो, कुटकी एवं रागी जैसी पारंपरिक फसलों को बढ़ावा देने के लिए किसानों की पहचान कर विशेष कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए। बैठक में खाद और बीज की उपलब्धता और वितरण पर भी चर्चा की। कलेक्टर ने पशुपालन विभाग के अधिकारी से पशुओं के पंजीयन, उपचारित पशुओं की संख्या, टीकाकरण के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि मोबाइल यूनिट के माध्यम से गांवों तक पहुंचकर पशुपालकों को लाभ दें। उद्यानिकी एवं मत्स्य विभाग के अधिकारियों ने भी विभागीय गतिविधियों, उपलब्धियों एवं किसानों को लाभान्वित करने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों की जानकारी साझा की। बैठक के अंत में कलेक्टर ने सभी विभागों को निर्देशित किया कि वे समयबद्ध एवं प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करें, ताकि जिले के किसानों एवं ग्रामीण जनों को योजनाओं का प्रत्यक्ष लाभ प्राप्त हो सके।