नई दिल्ली: ‘भारत रत्न’ से सम्मानित जानी मानी गायिका लता मंगेशकर का मुंबई में रविवार को निधन हो गया. सुरों की मलिका के निधन पर देश में 2 दिनों का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है. लता मंगेशकर के निधन पर शोक जताने के लिए इस दौरान राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा. पूरे देश में शोक की लहर है. फिल्म जगत, संगीत, राजनीति से जुड़े लोग समेत तमाम संगीत प्रेमी उनके निधन पर सदमे में हैं. देश में 2 दिन के राजकीय शोक घोषित होने के अलावा कई राज्यों ने लता दीदी के सम्मान में सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है.
लता दीदी के निधन पर सार्वजनिक अवकाश की घोषणा भारत रत्न लता मंगेशकर के निधन पर शोक व्यक्त करने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने सोमवार को यानी 7 फरवरी को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है. मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से इस बारे में जानकारी दी गई है. इसके अलावा मशहूर गायिका लता मंगेशकर के निधन पर शोक संवेदना जताते हुए पश्चिम बंगाल सरकार ने उनके सम्मान में सोमवार को आधे दिन के अवकाश की घोषणा की है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि वो मंगेशकर की आवाज से मंत्रमुग्ध थीं. उन्होंने इस बात का आभार व्यक्त किया कि मंगेशकर ने बंगाल और पूर्वी भारत के कलाकारों को काफी प्यार दिया था.
उत्तराखंड में लता मंगेशकर के निधन पर दो दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है. इसके अलावा राजस्थान में 2 दिनों का राजकीय शोक की घोषणा की गई है. सीएम गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि भारत रत्न स्वर कोकिला लता मंगेशकर जी के निधन पर 6 और 7 फरवरी को 2 दिन के राजकीय शोक की घोषणा की गई है. इस दौरान सभी सरकारी इमारतों पर लगे राष्ट्रीय ध्वज आधे झुके रहेंगे. साथ ही राज्य में कोई भी राजकीय समारोह आयोजित नहीं किया जाएगा.
वहीं मेघालय के सीएम कॉनराड संगमा ने कहा है कि लता मंगेशकर जी की कोमल और अति सुंदर मधुर वाणी सदैव विशिष्ट थी. उनके गीत न केवल मंत्रमुग्ध कर देने वाले थे बल्कि आत्मा को भी सुकून देने वाले थे. बता दें कि सुरों की मलिका और स्वर कोकिला के नाम से मशहूर लता मंगेशकर का 92 साल की उम्र में रविवार को मुंबई में निधन हो गया है. वो पिछले 29 दिन से ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती थीं. 8 जनवरी को लता मंगेशकर की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी.