इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकारों ने पत्रकार सुरक्षा गारंटी हेतु मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
IRN-24
गत दिनों तथाकथित भाजपाई के द्वारा आदिवासी पत्रकार पर मुख्यमंत्री की सभा में हमला करने के विरुद्ध पार्टी से निष्कासन की मांग मुख्यमंत्री से की
सूरजपुर-इलेक्ट्रॉनिक मीडिया ही एक ऐसा माध्यम है जो किसी भी राजनीतिक दल चाहे वह सत्ताधारी हो या विपक्ष में उनकी बात आम जनता तक पहुंचने में एक सेतु का काम करती है वह भी विश्वसनीय तरीके से,, साथ ही इलेक्ट्रॉनिक मीडिया ही एक ऐसा माध्यम है जो सरकार की जन् कल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाती है,,,सोशल प्लेटफॉर्म पर भी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का एक विश्वसनीय आयाम वर्तमान में स्थापित है ऐसे में यदि कोई राजनीतिक दल का व्यक्ति मीडिया पर हमला करता है तो वह निश्चित तौर पर उसे राजनीतिक दल को भी कहीं ना कहीं नुकसान पहुंचाता है,, ऐसे छुटभैया नेताओं के चलते ही राष्ट्रीय दलों का छविनाश भी होता है,, ऐसा ही एक वाक्या 2 दिन पहले भाजपा के संभागीय सम्मेलन अंबिकापुर में देखने को मिला जहां सूरजपुर के एक तथाकथित भाजपाई के द्वारा इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के एक आदिवासी पत्रकार पर मीडिया गैलरी में हमला कर दिया गया जहां मंच पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय मौजूद थे,,इस आताताई घटना का आक्रोश स्वयं मुख्यमंत्री को झेलना पड़ा पत्रकारों ने कई सवाल मुख्यमंत्री से कर दिए की सट्टा का गुरुर इतना ज्यादा हो गया है कि निचले स्तर के कार्यकर्ता उन दोनों को भूल गए हैं जब इनकी आवाज उठाने वाला कोई नहीं था तब इलेक्ट्रॉनिक मीडिया ने इनकी आवाज उठाई सत्ता में काबिज होते ही सत्ता की गर्मी इन्हें बर्दाश्त नहीं हो रही है ऐसे में 2024 का लोकसभा चुनाव भी ऐसे तथा कथित छुटभैये नेताओं के चलते प्रभावित हो सकता है जनता भी सब कुछ देख रही है,,इन्हीं तथ्यों को लेकर सूरजपुर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकार साथियों ने मुख्यमंत्री को कलेक्टर के माध्यम से ज्ञापन सौंप कर भाजपा के कार्यक्रम में पत्रकार सुरक्षा गारंटी की मांग की है और राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संस्कारवान पार्टी कही जाने वाली भारतीय जनता पार्टी से ऐसे तथाकथित मारपीट करने वाले नेता को निष्कासित करने की मांग भी की है,,, देखना होगा प्रदेश के मुखिया जो स्वयं सरगुजा तथा आदिवासी समाज से आते हैं एक आदिवासी पत्रकार पर हमले के विरुद्ध कैसी कार्रवाई करते हैं।