सूरजपुर – अनिल कुमार
छत्तीसगढ़ राज्य की कांग्रेस सरकार आवारा पशुओं को लेकर के लाख दावा कर ले किंतु जमीनी स्तर मे देखा जाये तो वर्तमान सरकार पुरी तरह से फैल होती नजर आती अब आवारा पशुओं से किसान बहुत परेशान है जब से सरकार गौठान गाँव मे बनाया गया है तब से आवारा पशु की संख्या काफी बढ़ गया है किसानो को दिन रात अपनी फसलों की पहरे दरी करनी पड़ती है ,आवारा पशुओं की गैंग 50 से 100 पशुओं हमेशा विचरण करते रहते ,
आवारा पशुओ से बढ़ी सड़क दुर्घटना
सड़को मे विचरण करते पशुओ से आये दिन दुर्घटना बढ़ती जा रही है शहरों मे तो आवारा पशुओं से का विचारण आम बात है किन्तु अब तो गांव गांव मे अब पशुओं का आवारा विचारण करने से सड़क दुर्घटना का अंदेशा हमेशा बना हु रहता है
गौठान योजना का नहीं मिल रहा लाभ
वर्तमान कांग्रेस की सरकार गौठान योजना को लेकर बड़ी बड़ी बाते करते आ रही है किन्तु ग्रामीण स्तर पर बनी कै गौठान पूर्ण निष्क्रिय हो चुके है जहा देखो वाहा वीरान हो चुके है आला अधिकारी भी इस और ध्यान नही देते आखिर गौठान योजना का लाभ किसको मिल रहा है,क्या किसान इसका फायदा मिल पा रहा है वर्तमान मे बात करे तो 9671 गौठान बना है जिसमे का मात्र 3230 गौठान की स्वलम्बी हुए इस, आखिर कब तक गौठान नमूना बने रहेंगे ,क्या इन गौठनों को ये अधिकार नहीं की इन आवारा पशुओं का देख भाल करे अगर नहीं तो यैसा गौठान बनाने से क्या फायदा जो किसानो को राहत् ना दे सके । ये मामला पुरा प्रदेश मे व्याप्त है किसानो का कहना है जब से गौठान बना है तब से ज्यादा परेशानी होने लगी है शहरों के जितने भी आवारा पशु थे उन्हे गावों मे लाकर छोड़ दिये है ,जिसे काफी फसल का नुकसान होने लगा है और न इन पशु को गौठान समिति अपने पास रखती है आखिर उद्देस्य् क्या है गौठान का ।बहरहाल अब बहुत से गौठान का गेट तक नहीं खुलता आखिर ऐसे गौठान का क्या फायदा
देखने वाली बात होगी क्या आवारा पशुओं को लेकर क्या कोई योजना बनाती जब प्रशासन या नहीं।