विनोद कुमार, जरही: प्रदेश सहित जिले में कोरोनावायरस संक्रमित की केस लॉकडाउन 5 मई तक बढ़ा दिया गया है। अब हालात इस तरीके का हो गया है कि महंगाई कलाबाजारी जमाखोरी अपने चरम पर विकराल रूप ले लिया है। आम जनता त्राहि-त्राहि कह रही है। रोजमर्रा की खाद्य वस्तुओं में 30 से 35 फ़ीसदी की बढ़ोतरी हो गई है, सबसे ज्यादा उछाल सरसों तेल , रिफाइन तेल में और दाल में और लगभग सभी सामानों में महंगाई की आग लग गई है। छोटे व्यापारियों का कहना है बड़े-बड़े ट्रेडिंग वाले और बड़े व्यापारी महंगा सामान बेच रहे हैं तो इसमें हम छोटे व्यापारी क्या कर सकते हैं। इस महंगाई के खिलाफ जिला प्रशासन ने कोई ठोस कदम उठाया होता तो शायद जनता को कुछ राहत मिली होती। इस आपदा महामारी पर लोग खुद ही संकट में हैं और बड़े-बड़े ट्रेडिंग वाले और बड़े-बड़े व्यापारी अपनी तिजोरी भरने में लगे हैं।
सूत्रों की माने तो जो बड़े-बड़े ट्रेडिंग वाले हैं वह सत्ता पक्ष के भी करीबी हैं और विपक्ष के भी करीबी है इसीलिए सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों चुप है ।इसका खामियाजा आम जनता उठा रहा है आज जनता जाए तो जाए कहां जाएं ।अपनी फरियाद लेकर ना तो आम जनता की गुहार विपक्ष सुन रहा हैं ना ही सत्तापक्ष। अब देखना होगा कि आने वाले दिन में आम जनता की गुहार कौन सुनेगा ? आम जनता की आंसू को कौन पूछेगा लोग कोरोनावायरस संक्रमण की खौफ में है तो इधर महंगाई की खौफ।