सूरजपुर -- बिश्रामपुर एसईसीएल के आमगांव ओपन कास्ट परियोजना में ग्रामीण किसानों की अधिग्रहित भूमि के बदले भू स्वामियों को नौकरी व मुआवजा की मांग को लेकर ग्रामीणों का विरोध देखने को मिल रहा है। ग्रामीणों ने खदान में कोयला उत्खनन व परिवहन बंद कर दिया है। वही खदान के गेट पर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर एसईसीएल के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए दिख रहे हैं। दरअसल आमगांव ओपन कास्ट परियोजना के लिए अधिग्रहित भूमि के बदले 464 लोगों को नौकरी दी जानी थी। लेकिन कोल प्रबंधन के द्वारा अब तक सिर्फ 37 लोगों को नौकरी दी गई है। वही ग्रामीणों का आरोप है, की एसईसीएल प्रबंधन की उदासीनता के कारण समस्त दस्तावेज पूर्ण किए जाने के बावजूद 427 किसानों को लंबे समय से नौकरी के लिए एसईसीएल के क्षेत्रीय कार्यालय के चक्कर काटने को मजबूर हैं। धरना प्रदर्शन की सूचना के बाद भी एसईसीएल प्रबंधन खामोश है। इसी कारण ग्रामीण अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर नौकरी और मुआवजे की मांग को लेकर अड़े हुए हैं, इसके चलते कोल परिवहन व उत्खनन ठप्प हो चुका है। जिससे क्षति का अनुमान करोड़ों में लगाया जा रहा है खबर लिखे जाने तक एसईसीएल के अधिकारियों के द्वारा कोई भी उचित पहल कर ग्रामीणों के आंदोलन खत्म करने के लिए उचित कार्यवाही नहीं की है।
*पूरे मामले में एक हैरान कर देने वाली तस्वीर देखने को मिली*
वही ग्रामीणों के आंदोलन के बीच राजनीतिक दल के दखल अंदाजी को लेकर भी आंदोलन में बैठे ग्रामीणों ने नाराजगी दिखाई। और ग्रामीणों ने आंदोलन को राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया।