सूरजपुर/बतरा/IRN.24… तकनीकी शिक्षा में छात्रों को निपुण बनाने के उद्देश्य से कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी के अंतर्गत एसईसीएल मद से GR Techno India द्वारा प्रत्येक विद्यालय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।इसी तारतम्य में सूरजपुर जिला कलेक्टर एस.जयवर्धन के आदेशानुसार, जिला शिक्षा अधिकारी राम ललित पटेल के निर्देशानुसार, प्राचार्य गोवर्धन सिंह के संरक्षण तथा कंप्यूटर शिक्षिका सुश्री रुचि कुशवाहा के नेतृत्व में स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय बतरा में छात्रों हेतु आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रशिक्षण आयोजित किया गया।प्रशिक्षण दाता के रूप में अविनाश डांगी तथा उत्कर्ष मिश्रा ने छात्रों को एआई का उपयोग बताते हुए कहा कि इसका उपयोग करने से मनुष्यों को चोट या नुकसान के जोखिम को रोकने में मदद मिल सकती है। मनुष्यों के स्थान पर एआई की ओर से जोखिम उठाने का एक उदाहरण उच्च विकिरण वाले क्षेत्रों में उपयोग किए जाने वाले रोबोट होंगे। मनुष्य विकिरण से गंभीर रूप से बीमार हो सकते हैं या मर सकते हैं, लेकिन रोबोट अप्रभावित रहेंगे। यदि कोई घातक त्रुटि होती है, तो रोबोट को फिर से बनाया जा सकता है।इसकी महत्ता पर प्रकाश डालते हुए विद्यालय के प्राचार्य ने कहा कि यह प्रशिक्षण कक्षा 9वीं से 12 वीं तक के विद्यार्थियों के लिए आयोजित किया गया था।इस प्रशिक्षण आयोजन से विद्यार्थियों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की बुनियादी बातों का परिचय दिया जाएगा। जिसमें व्यवहारिक कौशल जैसे ” इफेक्टिव प्रोम्टिंग” और “लार्ज लैंग्वेज मॉडल” का उपयोग शामिल है। शिक्षा के लिए चैट जीपीटी का उपयोग विभिन्न विषयों जैसे गणित ,विज्ञान ,इतिहास इत्यादि को सरल बनाना , शैक्षणिक समस्याओं का समाधान तैयार करना, विचार विमर्श और ए.आई की सहायता से स्कूल प्रोजेक्ट बनाना इत्यादि विभिन्न विषयों की जानकारी शामिल है।विद्यालय की कंप्यूटर शिक्षिका सुश्री रुचि कुशवाहा ने कहा कि इसके अंतर्गत कंप्यूटेशनल थिंकिंग, लाॅजिकल थिंकिंग, पाइथन प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के बारे जानकारी प्रदान की गई । साथ ही प्रोग्रामिंग लैंग्वेज, डिजिटल लिट्रेसी कोडिंग, डिजिटल उपकरण उपयोग की चुनौतियां, कोडिंग के माध्यम से रोजगार के अवसर व संभावना के विषय में भी विस्तृत जानकारी प्रदान की।आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के प्रशिक्षण कार्यक्रम में विद्यालय के प्राचार्य गोवर्धन सिंह, प्रधान पाठिका अंजना जायसवाल, कंप्यूटर शिक्षिका सुश्री रुचि कुशवाहा, शिक्षक आकिब आलम सहित समस्त शिक्षकगण का सराहनीय योगदान रहा।