छत्तीसगढ़ के सभी परिवहन कार्यालयों को जल्द ही ड्राइविंग लाइसेंस परीक्षण करने के लिए सेंसर आधारित स्वचालित कम्प्यूटरीकृत ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक मिलेंगे। मुख्य सचिव अमिताभ जैन की अध्यक्षता में मंत्रालय महानदी भवन में गुरुवार को हुई परिवहन विभाग की बैठक में यह फैसला लिया गया. बैठक में अपर आयुक्त (परिवहन) दीपांशु काबरा ने कहा कि ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट से सड़क हादसों को कम करने में मदद मिलेगी. ड्राइविंग टेस्ट के सभी चरणों को सफलतापूर्वक पास करने वाले ड्राइवरों को ही ड्राइविंग लाइसेंस जारी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली और गुजरात में ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक के सफल परिणामों को देखते हुए इसे छत्तीसगढ़ में अपनाया जाएगा। काबरा ने परीक्षण ट्रैक के निर्माण के संबंध में विभिन्न प्रक्रियाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बैठक में परिवहन विभाग के सचिव टोपेश्वर वर्मा सहित ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक बनाने के कार्य में लगी कंपनी के सदस्य शामिल हुए.