सूरजपुर/ भटगांव,, (डॉ प्रताप नारायण सिंह) निरीह और बेजुबान प्राणी जो अपने दर्द को बयां नहीं कर सकते उनके दर्द को समझना हर किसी को नहीं आता किंतु जिले के भटगांव थाना प्रभारी की सोच ने इसे बखूबी से समझा और माननीय पहलुओं को भूल चुके लोगों के लिए प्रेरणा का एक सबब बन गया,, लोगों के ऐसे ही कार्य कहते हैं इस घोर कलयुग में मरहम का काम करते हैं जो वर्तमान में कहते हैं कि कहीं ना कहीं मानवता जीवित है उसकी मिसाल बन जाते हैं,,,,, जी हां हम बात कर रहे हैं भटगांव थाने के प्रभारी व निरीक्षक शरद चंद्रा व उनकी संवेदना की,, उनकी नजर 17 सितंबर अर्थात विश्वकर्मा जयंती के दिन मिशन चौक के पास अज्ञात वाहन की ठोकर से घायल एक गाय पर पड़ी जो दर्द से तड़प रही थी अपने मानवीय मूल्यों का परिचय देते हुए उन्होंने उसकी जान बचाते हुए 3 दिनों तक उसका इलाज स्थानीय पशु क्षेत्राधिकारी की निगरानी में कराया एवं उस गौ माता को सुरक्षित जरही स्थित कांजी हाउस भिजवाया,,,,, पुलिस की 24 घंटे नौकरी वह भी इतनी बड़ी जिम्मेदारी के साथ कहीं ना कहीं देशभक्ति व जनसेवा की भावना के साथ विरले ही प्राप्त होती है। शरद चंद्रा ने इस पुनीत कार्य में सभी सहयोगी साथियों का हृदय से आभार भी व्यक्त किया है।