’’मोर गांव मोर पानी’’ अभियान अंतर्गत जिला पंचायत सीईओ द्वारा श्रमदान एवं विकास कार्यों का किया निरीक्षण
सूरजपुर/IRN.24…/ जिला पंचायत सूरजपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा जनपद पंचायत प्रेमनगर के विभिन्न ग्रामों में ’’मोर गांव मोर पानी’’ अभियान के अंतर्गत श्रमदान एवं विकास कार्यों का निरीक्षण किया गया। अभियान के तहत ग्राम पंचायत बकिरमा स्थित कोकमा नाला में सफाई एवं जीर्णोद्धार कार्य में मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा स्वयं श्रमदान किया गया।
उक्त अवसर पर ग्रामीणों को जल संरक्षण के महत्व को समझाते हुए जल स्रोतों के पुनर्जीवन में समुदाय की भागीदारी को आवश्यक बताया गया। ’’मोर गांव मोर पानी’’ अभियान का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में जल संरक्षण के प्रति जागरूकता लाना एवं पारंपरिक जल स्रोतों को पुनर्जीवित कर जल उपलब्धता सुनिश्चित करना है।
मनरेगा के अंतर्गत निर्माण कार्यों का निरीक्षण
इसके पश्चात मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा ग्राम पंचायत केदारपुर में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत निर्मित मिट्टी बांध का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि निर्माण कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित की जाए तथा कार्यों को निर्धारित समयावधि में पूर्ण किया जाए।
निरीक्षण के दौरान ग्राम के कृषक श्री ठाकुर/लबदु द्वारा मिट्टी बांध के जल से एफ.आर.ए. पट्टे की भूमि पर की गई तरबूज की खेती की जानकारी दी गई, जिसे सीईओ द्वारा नवाचारात्मक एवं प्रेरणास्पद बताया गया। उन्होंने कृषक के प्रयासों की सराहना करते हुए अन्य किसानों को भी इस प्रकार की कृषि अपनाने हेतु प्रेरित किया।
साथ ही कृषक द्वारा किए जा रहे सुअर पालन को देखकर मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा कृषक को सुअर शेड की स्वीकृति दिए जाने का आश्वासन प्रदान किया गया, जिससे ग्रामीणों को स्वरोजगार के अवसर मिल सकें।
प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के अंतर्गत चौपाल एवं निरीक्षण
इसके उपरांत ग्राम पंचायत नावापाराकला में आवास चौपाल का आयोजन कर प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के अंतर्गत निर्माणाधीन आवासों का निरीक्षण किया गया। मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने हितग्राहियों से संवाद कर निर्माण की प्रगति की जानकारी ली एवं सभी हितग्राहियों को निर्धारित समय सीमा में निर्माण कार्य पूर्ण करने हेतु निर्देशित किया।
इस अवसर पर सीईओ जनपद पंचायत प्रेमनगर, एपीओ (मनरेगा), एसडीओ आरईएस, पीओ मनरेगा सहित संबंधित विभागों के अधिकारी, कर्मचारी, एनआरएलएम की महिला स्व-सहायता समूह की सदस्याएं एवं बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित रहे।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा ग्रामीणों को योजनाओं की जानकारी देते हुए शासन की प्राथमिकताओं से अवगत कराया गया एवं सभी से सक्रिय भागीदारी की अपील की गई।