-जिला एवं सत्र न्यायालय सूरजपुर, कुटुम्ब न्यायालय सूरजपुर, तालुका न्यायालय प्रतापपुर एवं जिले के समस्त राजस्व न्यायालयों में नेशनल लोक अदालत का हुआ आयोजन
सूरजपुर/IRN.24… राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, बिलासपुर के दिशा निर्देशन में 10 मई 2025 को जिला एवं सत्र न्यायालय सूरजपुर, कुटुम्ब न्यायालय सूरजपुर, तालुका न्यायालय प्रतापपुर एवं जिले के समस्त राजस्व न्यायालयों में नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया। आज के नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ प्रधान जिला एवं सत्र न्यायालय के कोर्ट कक्ष से माननीय श्रीमती विनीता वार्नर, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश / अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, सूरजपुर, द्वारा द्वीप प्रज्वलन कर किया गया। द्वीप प्रज्वलन कार्यक्रम में समस्त न्यायिक अधिकारीगण, अधिवक्तागण एवं बैंक, नगरपालिका, विद्युत विभाग के अधिकारीगण उपस्थित रहे। आज के नेशनल लोक अदालत में न्यायालय में लंबित आपसी विवाद के मामले, व्यवहार वाद, मोटर दुर्घटना दावा, परिवारिक विवाद, जिला न्यायालय में वर्षों से लंबित राजस्व प्रकरणों एवं बैंक ऋण, विद्युत, जल के बकाया देयकों का प्रीलिटिगेशन प्रकरणों को खण्डपीठों के समक्ष रखे गये थे।आज के नेशनल लोक अदालत में खण्डपीठ क्रमांक 08 में पेश मामले की सुनवाई में न्यायालय ने घर पहुंचकर मामले को किया निराकृत। मामला थाना सूरजपुर में दर्ज प्रकरण कमांक 1533/2023 से संबंधि आपसी पारिवारिक लडाई झगडे में गाली-ग्लौज, मारपीट एवं जान से मारने की धमकी देने के संबंध में थाने में रिपोर्ट दर्ज कराया गया था, जो वर्ष 2023 से लगातार लंबित चलते आ रहा था। उक्त मामला आज खण्डपीठ क्रमांक 08 में सुनवाई हेतु रखा गया था जिसपर विद्वान अधिवक्ता श्री सुमित गुप्ता एवं उपस्थित सदस्यगण तथा श्री आशीष भगत न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी सूरजपुर के द्वारा उभयपक्षों को समझाईस देने पर प्रार्थीगण द्वारा राजीनामा किया जाना व्यक्त किया गया परन्तु प्रार्थीया लालो बाई जिनकी उम्र 65 वर्ष है वह न्यायालय आने में असमर्थ थी, तो हाईब्रीड नेशनल लोक के संबंध में तैयार किये गये डॉकेट पर पैरालीगल वालेंटियर के माध्यम से डॉकेट पर सहमति लेकर खण्डपीठ क्रमांक 08 के पीठासीन अधिकारी श्री आशीष भगत न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी सूरजपुर द्वारा बुजूर्ग महिला को वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से जोडकर महिला से संबंधति प्रकरण का निराकरण करते हुए प्रकरण को समाप्त किया गया।वहीं एक मामला खण्डपीठ क्रमांक 06 के समक्ष सुनवाई हेतु पेश किया गया था जिसमें पिता ने अपने पुत्र एवं पत्नी के विरूद्ध थाना झिलमिली में रिपोर्ट दर्ज कराया था। रिपोर्ट इस बात को लेकर था की पत्नी एवं पुत्र ने अश्लील गाली ग्लौज करते हुए सार्वजनिक स्थान पर मारपीट किया था, प्रार्थी के पुत्र और पत्नी इस बात पर नाराज थे की प्रार्थी हमेशा शराब पीता था। खण्डपीठ क्रमांक 06 के पीठासीन अधिकारी कुमारी पायल टोप्नो न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी सूरजपुर एवं श्री राकेश कुमार गुप्ता, श्री संकटमोचन दुबे सदस्यगण द्वारा प्रार्थी पिता को समझाईस देने पर पुत्र के भविष्य देखते हुए प्रार्थी पिता के द्वारा राजीनामा करने तैयार हुआ जिसपर खण्डपीठ क्रमांक 06 के पीठासीन अधिकारी द्वारा प्रकरण का निराकरण किया गया। वही आज के नेशनल लोक अदालत में परिवार न्यायालय एवं जिला न्यायालय के अन्य खण्डपीठो ने लडाई-झगडे एवं पारिवारिक विवाद के वर्षों से लंबित कई मामलों को आपसी समझौते के आधार पर प्रकरणों का निराकरण किया है।प्रकरणों के निराकरण हेतु जिले में कुल 33 खण्डपीठ गठित किये गये थे। नेशनल लोक अदालत में समस्त न्यायालयों से 2401 लंबित प्रकरण एवं 31823 प्री-लिटिगेशन प्रकरण विचारार्थ में रखे गये थे। जिसमें कुल 33785 प्रकरण के पक्षकारों में आपसी समझौते के आधार पर सफलता पूर्वक निराकरण कर कुल 38235656/- रूपये का जिला सूरजपुर द्वारा अवार्ड पारित किया गया। लोक अदालत में कुल 33785 प्रकरणों से संबंधित पक्षकारगण लाभान्वित हुये।