सूरजपुर(IRN.24)
भटगांव/ एसईसीएल भटगांव क्षेत्र के कोयला खदानों में खेला जा रहा है खेल अच्छे क्वालिटी के कोयला में खराब कोयला और सेल स्टोन व मिट्टी को मिलाकर उत्पादन की मात्रा को बढ़ाया जा रहा है गुणवत्ता पर भी सवालिया निशान खड़े होते हैं जहा प्रबंधन को कंपनी द्वारा मिले उत्पादन लक्ष्य को बिना किसी मेहनत के आसानी से समय से पूर्व पूरा किया जा सके। यह भ्रष्टाचार का बड़ा खेल भटगांव क्षेत्र के प्रबंधन द्वारा काफी समय से किया जा रहा है इसके अलावा कोल ग्रेडिंग में लंबे समय से सुनियोजित भ्रष्टाचार का खेल खेला जा रहा है एसईसीएल भटगांव क्षेत्र के महान 3 ओ सी एम में तीन ग्रेड का कोयला पाया जाता है जो जी9, जी10 और जी11 होता है एसईसीएल प्रबंधन भटगांव के दिशा निर्देश पर जी10 और जी11 के कोयले को G9 कोयला का स्टॉक कागजों में सुंयोजित ढंग से बता कर भेजा जाता है। इन कोयला का क्वालिटी जांच जो कंपनी द्वारा कराया जाता है या जितनी भी क्षेत्रीय स्तर पर करवाया जाता है उसमे सिर्फ दिखावटी और कागजी खानापूर्ति होती है। सूत्र बताते है की एसईसीएल भटगांव कोल माइंस में जो मिलावट का खेल पिछले लगभग 5 से 6 वर्षो से भटगांव क्षेत्र के विभिन्न कोल माइंस से परिवहन किए जाने वाले कोयला में CHP भटगांव में डोजर BD- 155 से मिलावट का खेल होता है मिलावट कर कोयला को अच्छा ग्रेड का कोयला बता कर रेल बैगन में लोडिंग कराकर भेजा जा रहा है इन क्षेत्र में कोयला का जो परिवहन किया जा रहा है उस कोयला का ग्रेडिंग, स्टॉक व इनसे संबंधित दस्तावेजों का सही जांच यदि एसईसीएल कंपनी को छोड़ बाहर के जांच एजेंसियों द्वारा कराया जाए तो भटगांव एसईसीएल कोल माइंस में खेले जा रहे एक बड़ा भ्रष्टाचार का उजागर होगा।सूत्रों की माने तो एसईसीएल भटगांव क्षेत्र के प्रबंधन द्वारा जो कोयला सीएचपी के माध्यम से ट्रांसपोर्ट की जा रही है उसमे क्रश किया गया कोयला जिसकी साइज ट्रांसपोर्ट कंपनियों के वर्कऑर्डर में स्पष्ट दर्ज है वैसा कुछ नही हो रहा है बल्कि महान 3 खदान से बड़े बड़े टुकड़े परिवहन कराकर सीधे सी एच पी में लाकर लोडिंग दिया जा रहा है। करोड़ो का क्रश मशीन प्लांट महान 3 में बन कर बंद पड़ा हुआ है जिससे क्रश करने का कार्य नही किया जा रहा है।सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार कोयले को खरीदने वाली कंपनियों द्वारा कई बार कोयले की खराब गुणवत्ता पर शिकायत किया गया है लेकिन शिकायत के बाद भी क्षेत्रीय प्रबंधन के मामले को ऊपर से नीचे तक कमीशन के माध्यम से मैनेज कर लेती है जहां इस प्रकार के कृत्य से कंपनी की छबि खराब हो रही है और बड़े अधिकारी मालामाल हो रहे है।