केंद्र एवं राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना में फर्जीवाड़ा जनपद पंचायत भैयाथान में
(IRN.24…राधे यादव भैयाथान)
भैयाथान। ग्राम पंचायत बड़सरा है। पूरे जनपद क्षेत्र भैयाथान में हमेशा सुखियों में रहने की आदत है इस ग्राम पंचायत को। वतर्मान में भाजपा मंडल अध्यक्ष भैयाथान भी इसी गांव के निवासी हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि 4 लाख रूपए की लागत से सरईमुड़ा नाला से कैनाल निर्माण व साफ सफाई का कार्य कराया गया था। नाला बारिश में साफ हो गया और राशि को वास्तविक मनरेगा मजदूरों के अलावे प्रभावशाली लोगों ने स्वयं और अपने चहेतों के जॉब कार्ड में इन्द्राज करा डकार गए। इस प्रकार नाला और राशि दोनों साफ हो गए।
नोंच-नोंच कर खा रहे मनरेगा को उक्त कार्य का मस्टर रोल का अध्ययन करने से पता चलता है कि सत्ता के संगठन में बड़े पदाधिकारी, बड़े व्यवसायी, उद्यमी, मितानिन, भाजपा संगठन के युवा नेता समेत, सचिव के परिजन, विद्यार्थी, अन्य निजी प्रतिष्ठानों में कार्यरत कमर्चारी, कान्ट्रेक्टर, ग्राम पंचायत के नवनिर्वाचित सरपंच, उप सरपंच, पंचों के साथ उनके परिजन, कार धारक, ग्राम पुरोहित व उनके परिजन भी मनरेगा योजना में काम कर रहे हैं। मजे की
बात है कि वास्तविक मजदूरों की हाजिरी की संख्या कम है लेकिन घर बैठ कर राशि खाने वालों की संख्या ज्यादा है। आयु सीमा कितनी पता नहीं मनरेगा योजना के तहत रोजगार की मांग के लिए न्यूनतम आयु 18 वर्ष है। लेकिन अधिकतम आयु कितनी है इसका कोई लेखा जोखा नहीं है। ग्राम पंचायत बड़सरा में कराए गए कन्सट्रक्शन ऑफ डिस्ट्रीब्यूटरी कैनाल फॉर सरईमुड़ा नाला ग्राम पंचायत बड़सरा में पेन्शनधारियों के नाम पर हाजिरी भेजा गया है।
आरोप निराधार ग्राम पंचायत बड़सरा के सरपंच जगनारायण सिंह से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि सरईमुड़ा नाला की सफाई का कार्य निर्माण एजेंसी द्वारा पूरी पारदशिर्ता के साथ संपन्न किया गया है। इस कार्य में प्रशिक्षित टीम द्वारा श्रमिकों से श्रम कराया गया है। जिसका विधिवत मूल्यांकन विभागीय इंजीनियर द्वारा किया गया है। मजदूरी भुगतान, कार्य की मात्रा तथा गुणवत्ता का निरीक्षण निर्धारित प्रक्रिया के अनुरूप हुआ है। संपूर्ण कार्य की जांच कराई जा सकती है।
मनरेगा योजना में भ्रष्टाचार की गारंटी – मनरेगा योजना में भ्रष्टाचार की गारंटी पूरे जनपद पंचायत भैयाथान में है। भाजपा नेता रक्षेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि ग्राम पंचायत बड़सरा में भाई भतीजावाद के कारण मनरेगा योजना का लाभपात्र हितग्राहियों की बजाए प्रभावशाली व्यक्तित्व उठा रहे हैं।