असम का सियासी घमासान:अमित शाह ने धेमाजी में साधा विरोधियों पर निशाना, बोले- कांग्रेस गठबंधन जीता तो घुसपैठ की घटनाएं बढ़ेंगी
असम चुनाव में राजनीतिक हलचल अब तेज हो गई है। सोमवार को गृहमंत्री अमित शाह और BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा ने असम के अलग-अलग जिलों में रैलियां की। शाह ने धेमाजी जिले में रैली कर कांग्रेस सहित विदेशी पार्टियों पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि BJP की सर्बानंद सोनेवाल सरकार ने असम के विकास के लिए काम किया, लेकिन कांग्रेस यहां बदरुद्दीन अजमल की (AIUDF) के साथ चुनाव मैदान में उतरी है। ये गठबंधन अगर पावर में आता है तो असम में घुसपैठ की घटनाएं बढ़ जाएंगी। कांग्रेस को शर्म आनी चाहिए की उन्हें बदरुद्दीन अजमल के साथ चुनाव लड़ना पड़ रहा है।
डिब्रूगढ़ में बोले नड्डा- हमने बोडोलैंड का मुद्दा सुलझाया
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने असम के डिब्रूगढ़ में एक रैली को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने असम की सभ्यता को चोट पहुंचाई है। उन्होंने असम की सुरक्षा को कभी तरजीह नहीं दी, इसलिए यहां परेशानियां बढ़ती गईं। पिछले 5 सालों में सर्बानंद सोनेवाल ने राज्य में काफी सुधार किया है।
उन्होंने बदरुद्दीन अजमल पर निशाना साधते हुए कहा अब तय करना है कि हमें असम की संस्कृति बचाना है कि बदरुद्दीन अजमल के नेतृत्व में समाज को बंटने देना है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस राज में बोडोलैंड आंदोलन के दौरान 2,155 लोग और 2,084 सुरक्षा कर्मी मारे गए। 1,300 लोगों का अपहरण हुआ। भाजपा आई तो बोडो आंदोलन समझौते में बदल दिया गया।
बीते दिन मोदी ने रैली की थी
इससे पहले प्रधानमंत्री ने रविवार को असम के बोकाखाट में जनसभा को संबोधित किया था। मोदी ने कहा, ‘अब ये तय हो गया है कि असम में दूसरी बार भाजपा सरकार बनेगी। असम में दूसरी बार NDA सरकार बनेगी। असम में दूसरी बार डबल इंजन की सरकार बनेगी।’
भाजपा के निशाने पर कांग्रेस
उन्होंने कहा था कि अब देखिए, कांग्रेस का झारखंड में, बिहार में, महाराष्ट्र में, जिनके साथ इनका गठबंधन है, वो पश्चिम बंगाल में इनके खिलाफ प्रचार कर रहे हैं। केरल में लेफ्ट को गाली देते हैं, पश्चिम बंगाल में कुर्सी की आस में लेफ्ट को गले लगाते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस राज में सवाल था कि ब्रह्मपुत्र के दोनों किनारों के बीच आपस में कनेक्टेविटी कैसे बढ़े? NDA के सेवाकाल में ब्रह्मपुत्र पर आधुनिक पुल बन रहे हैं, पुराने अधूरे पुलों को पूरा किया जा रहा है।
असम में तीन चरणों में चुनाव
असम की 126 सीटों के लिए 27 मार्च, 1 अप्रैल और 6 अप्रैल को तीन चरणों में चुनाव होना है। पहले चरण में कुल 47 सीटें हैं। दूसरे में 39 और तीसरे चरण में 40 सीटों पर मतदान होगा। मतगणना 2 मई को होगी।