विभागीय उदासीनता से अवैध रूप से फल फूल रहा ओवर लोडिंग उत्खनन का कार्य, रॉयल्टी व 12 टन की पेपर से लोड हो रही 60 टन रेत..
दबंग लोग धड़ल्ले से कर रहे हैं अवैध रेत का उत्खनन व परिवहन प्राकृतिक सौंदर्य रहा है खतरा….
सूरजपुर-मोहिबुल हसन.. खनिज विभाग व आर.टी.ओ के रहमो करम पर जिले में अवैध उत्खनन का कार्य तेजी से फल-फूल रहा है। अवैध रूप से बालू उत्खनन के कार्य में लोग जान की बाजी लगाकर धंधा कर रहे हैं। यह जरूर है कि विभाग दिखावे के लिए छोटी-मोटी गाडिय़ों पर कार्रवाई कर खुद की पीठ थपथपाते रहता है।
मिली जानकारी के अनुसार जिले के सूरजपुर, के अंतरगत रेड नदी रूनियाडीह से बालू का अवैध उत्खनन व परिवहन किया जा रहा है। ज्यादातर यह कार्य रात 10 बजे से सुबह 8 बजे तक व देर रात को किया जाता है और ऐसे धंधे से जुड़े लोग अपने फायदे के चलते पुरे रोड को छतिग्रहित किया जा रहा हैं। देखा जाता है कि देर रात ओभर लोड रूनियाडींह विश्रामपुर थाना होते करंजी चौकी छेत्र से थाना व चौकी छेत्र से बेखौफ होकर धड़ल्ले से सड़कों पर वाहन दौड़ाते हैं जिस से लोगों को खतरा बना रहता है, मगर इस ओर भी ध्यान नहीं दिया जा रहा हैं। ऐसे टिपर से भी एक दो बार लोग हादसे का शिकार भी हो चुके हैं जिले में अवैध उत्खनन को लेकर गांव -गांव में भी गुस्सा है मगर विभागीय अधिकारियों के मौन साध लेने से ग्रामीण भी विवश है। सूत्र बताते हैं की विभागीय अधिकारियों की खुली छूट से ही ऐसे धंधे फल फूल रहे हैं जिसके एवज में उन्हें बकायदे चढोतरी भेंट किए जाते है। इस संबध मे भटगांव विधायक व ससदीय सचिव छ.ग.शासन से प्रेस कांफ्रेंस रखकर अपने निवास पर रेत की उत्खनन व परिवहन किया जाता है इससे ग्रामीण सड़कें तो खराब हो ही रही हैं साथ ही रॉयल्टी नहीं मिलने से सरकार को भी लाखों का चुना लग रहा है।रेण नंदी से कई जगहों पर बालू का उत्खनन कर परिवहन का धंधा रोजाना जारी से बालू का अवैध उत्खनन परिवहन का धंधा फल-फूल रहा है ,ऐसे धंधों में कुछ दबंग लोग शामिल है जो भोले भाले ग्रामीणों से जान की बाजी लगवाकर अपना काम निकलवा रहे है,जिसमें नंदीयों की अस्तित्व खतम हो रही है,उच अधिकारियों की मिलीभगत है जबकि ऐसे अवैध उत्खनन से कई हादसे हो चुके हैं मगर विभाग को इससे कोई लेना-देना नहीं है वे लोग अपना मकसद साधने और सरकार को चूना लगाने में मस्त है।अवैध कारोबार को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में जबरदस्त विरोध भी किया जाता है जिस पर कभी कभार विभाग दिखावे के लिए महज कुछ कार्रवाई कर अपनी खुद की पीठ थपथपा लेता है।पत्थरों के अवैध उत्खनन से प्राकृतिक संपर्दा को तो काफी नुकसान पहुंच रही है साथ ही प्राकृतिक सौंदर्य पर भी खतरा मंडरा रहा है।बताया जाता है कि अवैध उत्खनन के चक्कर में पहाड़ जहां धराशाई हो रहे हैं वही पेड़ों को भी काट दिया जा रहा है जिससे आए दिन प्राकृतिक सौंदर्य को नुकसान पहुंच रहा है इस ओर भी गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है। लेकिन ऐसा लगता है की शासन ,प्रशासन को कोई फर्क नही पडता।
तथा शासन को चुना लगाते हुए, देखा जाय तो रियल्टी नही कटवाई जा रही हैं व पेपर 12 टंन की दिजारही है।लेकिन सच तो यह है की पुरे 60 टंन अवैध रूप से लोड कर लेजाया जा रहा है।इस पर प्रशासन की अंनदेखी।
इस संबंध मे संसदीय सचिव श्री पारस ने यभी कहा की फोन पर थाना प्रभारी विश्रामपुर को ओभर लोडिंग गाडियां नहीं जाना चाहिए, और ओभर लोड पर तत्काल कार्यवाही करो साथ ही करंजी चौकी प्रभारी संजय गौस्वामी को भी कार्रवाई करने को कहा और साथ ही प्रेस कांफ्रेंस के द्वारा कहा गया की ग्रामिण भी ओभर लोड गाडियां रोके और कार्यवाई करायें।
नदी नाले पर भी बालू की हो रही निकासी
खबर है कि बारिश के इस मौसम में नदी नाले का अतिश्त्व पर हैं,इसके बावजूद आज करिबन 100 गाडियां रोजाना नावापारा चौक से लेकर दतिमा चौक, व रूनियाडींह रेड नंदी पर लोग कमाई के चक्कर में जान की बाजी लगाकर बालू निकासी का काम कर रहे हैं जिस पर तत्काल अंकुश लगाना आवश्यक है नहीं तो लोग किसी बड़ी दुर्घटना के शिकार हो सकते हैं। इस पर ग्रामीणों ने उग्र आन्दोलन की चेतावनी खबर के द्वारा दिये हैं।